बिहार शिक्षक बहाली परीक्षा कांड, हरकत में इओयू, 266 लोगों को देर रात भेजा गया बेउर जेल, एक्जाम कैंसिल!

बिहार शिक्षक बहाली परीक्षा कांड, हरकत में इओयू, 266 लोगों को

पटना : बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) की ओर से आयोजित  तीसरे चरण की शिक्षक नियुक्ति परीक्षा में गड़बड़ी की शिकायत के बाद  आर्थिक अपराध इकाइ ( इओयू)  एक्शन में आ गया है. इओयू की टीम ने पटना, हाजीपुर समेत कई जिलों में छापेमारी की है.वहीं पुलिस ने  पीरबहोर थाना क्षेत्र स्थित सिविल कोर्ट में बीपीएससी प्रश्न पत्र लीक मामले में गिरफ्तार आरोपियों को कोर्ट ने पेशी के लिए शनिवार की देर रात लाया गया. बिहार आर्थिक अपराध इकाई के द्वारा दर्ज मामले में एमपीएमएल कोर्ट ने पेशी हुई.

जेल भेजे गए आरोपी

शिक्षक बहाली पेपर लीक कांड गिरफ्तार 313 में 266 लोगों को बेउर जेल  भेजा गया. 266 लोगों में 88 महिला अभ्यर्थी सभी को ज्यूडिशल कस्टडी में  जेल भेजा गया.  बाकी के लोगों को भी  न्यायिक हिरासत में भेजा जाएगा. 

परीक्षा रद्द किए जाने को लेकर फैसला!

बिहार शिक्षक भर्ती बहाली परीक्षा पेपर लीक कांड में झारखंड से गिरफ्तार 313 लोगों को देर रात कोर्ट में प्रोड्यूस किया गया .इओयू कोर्ट ने  सभी को न्यायिक हिरासत में भेजने का निर्देश दिया.  गिरफ्तार 313 लोगों में अभ्यर्थी और संगठित गिरोह के लोग शामिल हैं . बिहार लोक सेवा आयोग भी परीक्षा रद्द करने को लेकर ले सकता है बड़ा फैसल. आज से कल तक परीक्षा रद्द किए जाने को लेकर फैसला हो सकता है .

इओयू ने झारखंड पुलिस को दिया था  इनपुट

बता दें कि इओयू के सहयोग से बिहार लोक सेवा आयोग की ओर से आयोजित शिक्षक नियुक्ति परीक्षा में एक साथ शामिल होने जो रहे करीब 300 परीक्षार्थियों को झारखंड के हजारीबाग की पुलिस ने शुक्रवार सुबह हिरासत में लिया.इओयू ने झारखंड पुलिस को इनपुट दिया था .इस अधार पर गिरफ्तारी हुई है. संदेह है कि इन अभ्यर्थियों को शिक्षक नियुक्ति परीक्षा से संबंधित प्रश्नपत्र पहले से उपलब्ध करा दिए गए थे और उन्हें हजारीबाग के दो होटलों में रुकवा कर प्रश्नों के उत्तर रटवाए गए थे.

गैंग ऑपरेटर्स की हो रही है पहचान

बता दें बिहार शिक्षक भर्ती परीक्षा 15 मार्च को 2 पाली में आयोजित हुई थी.  बताया जा रहा है कि प्रश्न पत्र छात्रों को उपलब्ध कराने के बाद पिछले दो दिनों से पढ़ाया जा रहा था. शुक्रवार को छात्र अलग-अलग बस से परीक्षा स्थल के लिए रवाना हुए थे. सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि इनमें से किसी परीक्षार्थी के पास उनका मोबाइल नहीं था. माना जा रहा है कि  इन्हें परीक्षा के प्रश्न पत्र लीक कराने वाले किसी गैंग के जरिए ऑपरेट किया जा रहा था. इनके मोबाइल संभवतः गैंग ऑपरेटर्स द्वारा इसलिए जब्‍त किए गए हैं, ताकि वे प्रश्नपत्र दूसरों से शेयर न कर सकें. कथित तौर  इनके पास से प्रश्नों के सेट भी बरामद किए गए हैं.

परीक्षा  को रद्द करने पर विचार

अब इस मामले की जांच इओयू कर रही है. इओयू की टीम धड़ाधड़ छापेमारीकर रही है. टीप अपना रिपोर्ट आज सौंप सकती है. इसके बाद बीपीएससी के द्वारा आयोजित तीसरे चरण की शिक्षक नियुक्ति की 15 मार्च को हुई परीक्षा  को रद्द करने पर विचार कर कार्रवाई हो सकती है.


Report- Anil Kumar