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शिक्षकों के मुंह पर ताला ! न संघ बना सकते... न बोल सकते हैं... न हड़ताल और प्रदर्शन ही कर सकते हैं, किया तो खैर नहीं , शिक्षा विभाग का फरमान

शिक्षकों के मुंह पर ताला ! न संघ बना सकते... न बोल सकते हैं... न हड़ताल और प्रदर्शन ही कर सकते हैं, किया तो खैर नहीं , शिक्षा विभाग का फरमान

PATNA : बिहार के शिक्षक मुंह बंद रखेंगे। सभी के जुबान पर ताला लगा दिया गया है। अगर वह सोशल मीडिया में या फिर टेलीविजन अखबार में अपना विचार प्रकट करते हैं,सरकार की नीतियों के खिलाफ बोलते हैं या प्रचार प्रसार करते हैं तो उनके खिलाफ ठोस अनुशासनिक कार्रवाई की जाएगी। शिक्षा विभाग ने इस संबंध में चेतावनी भरा पत्र जारी किया है। माध्यमिक शिक्षा निदेशक कन्हैया प्रसाद श्रीवास्तव ने इस संबंध में सभी जिला शिक्षा पदाधिकारी को पत्र जारी किया है।

शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के के पाठक के आदेश पर माध्यमिक शिक्षा निदेशक ने जो पत्र लिखा है उसमें प्रारंभिक विद्यालय से लेकर माध्यमिक / उच्च माध्यमिक विद्यालय के सभी शिक्षकों एवं शिक्षकेत्तर कर्मियों को सामान्य अनुशासन का पालन किए जाने को निर्देश दिया है।

निदेशक ने कहा है कि प्रारंभिक, माध्यमिक / उच्च माध्यमिक विद्यालय के कुछ शिक्षकों एवं शिक्षकेत्तर कर्मियों द्वारा विभिन्न सोशल मिडिया एवं अखबारों के माध्यम से अपने विचार प्रकट किए जाने की सूचना प्राप्त होती रहती है। उनके द्वारा कभी-कभी राज्य सरकार की नीतियों की आलोचना भी की जाती है। साथ ही राज्य सरकार की नीतियों का विरोध भी किया जाता है। ऐसा किया जाना शिक्षा के क्षेत्र में शैक्षणिक माहौल को बेहतर करने में बाधा उत्पन्न करता है। 

विभाग की ओर से कहा गया है की प्रारंभिक / माध्यमिक शिक्षा के क्षेत्र में शैक्षणिक माहौल बेहतर करने के उद्देश्य से स्पष्ट किया जाता है की शिक्षा विभाग द्वारा शिक्षक या शिक्षकेत्तर कर्मियों के किसी भी संघ को मान्यता नहीं दी गई है। यह भी उल्लेखनीय है कि किसी भी शिक्षक या शिक्षकेत्तर कर्मियों को किसी भी संघ का सदस्य बनने की मनाही है। यदि किसी भी शिक्षक या शिक्षकेत्तर कर्मियों द्वारा किसी भी संघ की स्थापना की जाती है या उसकी सदस्यता ली जाती है तो इसे गंभीर कदाचार माना जायेगा । उक्त शिक्षक / कर्मी के विरूद्ध कठोर अनुशासनिक कार्रवाई की जायेगी। किसी भी शिक्षक या शिक्षकेत्तर कर्मियों द्वारा सोशल मिडिया साईट या समाचार पत्र या टी०वी० के माध्यम से अनर्गल प्रचार-प्रसार नहीं किया जायेगा। यदि ऐसा किया जाता है तो इसे गंभीर कदाचार माना जायेगा एवं शिक्षक / कर्मी के विरूद्ध कठोर अनुशासनिक कार्रवाई की जायेगा। ऐसे में सभी शिक्षकों एवं शिक्षकेत्तर कर्मी से आदेश का सख्ती से पालन कराना सुनिश्चित करें। किसी भी प्रकार की अनुशासनहीनता, हड़ताल, प्रदर्शन इत्यादि करने पर संबंधित के विरूद्ध कठोर अनुशासनिक कार्रवाई की जाएगी।

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