PATNA : जबसे तेज प्रताप यादव ने एक कार्यक्रम में यह कहा है कि वह जब स्वास्थ्य मंत्री थे, तो डॉक्टरों का बुखार छुड़ा देते थे। उसके बाद से तेजस्वी यादव अपने बड़े भाई के सामने खुद को ज्यादा बेहतर साबित करने के लिए डॉक्टरों को धमकाने और डराने का काम कर रहे हैं। वह उनसे सेंसेटीव और सेंसेबेल तरीके से बात करने की जगह तुम-तड़ाक की भाषा बोल रहे हैं।
एनएमसीएच विवाद में जिस तरह से तेजस्वी यादव ने बीते रविवार को अपनी बात कही, उसके बाद भाजपा ने प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री पर सवाल उठा दिए हैं। BJP प्रवक्ता निखिल आनंद ने कहा कि डॉक्टरों के लिए जिस तरह की भाषा का इस्तेमाल तेजस्वी यादव कर रहे हैं, वह सही नहीं है। उनकी किंगडम स्टाइल में डॉक्टर को अपमानित किया। वह भी उस डॉक्टर को जिन्होंने कोरोना काल में सबसे बेहतर काम किया था। आज प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग और आईएमए आमने सामने आ गए है। तेजस्वी के खिलाफ कोर्ट जाने की बात कही जा रही है।
उद्योगों के बाद डॉक्टर भी कर जाएएंगे पलायन
निखिल आनंद ने कहा कि बिहार में कोई भी उद्योग लगाने को तैयार नहीं है। अगर डॉक्टरों के साथ तेजस्वी यादव का रवैया ऐसा ही बना रहा तो वह दिन दूर नहीं जब बिहार से डॉक्टर भी पलायन कर जाएंगे। ऐसे में जरुरी है कि तेजस्वी अपनी जिम्मेदारी को अच्छी तरह से समझें। उन्होंने जिस तरह की भाषा का इस्तेमाल डॉक्टरों के लिए किया है, पहले उसकी माफी मांगे। फिर स्वास्थ्य विभाग को कैसे बेहतर तरीके से चलाया जा सकता है उसको लेकर शांति के साथ बैठक करे।