पटना- नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने सीएम नीतीश पर गंभीर आरोप लगाए हैं. तेजस्वी ने कहा कि सीएम नीतीश कुमार हमेशा कहते आए हैं कि वे क्राईम, करप्शन और कंम्यूलिज्म यानि ‘तीन सी’ से समझौता नहीं करेंगे. लेकिन यह सिर्फ कहने के लिए है. तेजस्वी यादव ने कहा कि कुछ दिन पहले तीन अधिकारियों के खिलाफ छापेमारी हुई है. उसके बाद उन अधिकारियों को हटाया गया था. लेकिन आखिर क्या ऐसी मजबूरी हुई कि उन तीन अधिकारियों को फिर से वापस ले लिया गया. सीएम नीतीश का यह निर्णय कहीं ना कहीं करप्शन से समझौता करने वाला निर्णय है. कुछ दिन पहले गया में पीएम की सभा में जिस व्यक्ति के खिलाफ राजद सरकार ने एनएसए लगाने का काम किया था, उस व्यक्ति को नीतीश कुमार ने पीएम की सभा में जगह दिलवाई. आखिर उनकी क्या मजबूरी थी उसका जवाब दें. जहां तक कंम्यूलिज्म की बात है तो कुछ दिन पहले कटिहार में मांब लिंचिंग हुई थी. उस पर सीएम नीतीश कुमार चुप रहे. यह तीनों उदाहरण बताने के लिए काफी है कि सीएम कुमार का ट्रिपल सी पूरी तरह से फेल हो गया है.
जदयू देश की इकलौता पार्टी जिसने घोषणा पत्र जारी नहीं किया
तेजस्वी यादव ने जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार पर हमला बोलते हुए कहा कि शायद नीतीश जी की पार्टी इकलौता ऐसी पार्टी है जिसने अपना घोषणा पत्र जारी नहीं किया. तेजस्वी ने तंज कसते हुए कहा कि शायद उनको घोषमा पत्र के लिए कोई मुद्दा ही नहीं था. तेजस्वी ने कहा कि 2014 में नीतीश कुमार अपने दम पर चुनाव लड़े थे. हालात ऐसी पतली हुई थी कि 30 सीट पर जदयू प्रत्याशी अपना जमानत भी नहीं बचा सके थे.