PATNA : गोपालगंज दौरे पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान महिलाओं को पैसे बांटने को लेकर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव बुरी तरह से घिर गए हैं। मामले में जदयू की तरफ से राज्य निर्वाचन आयोग को लिखित शिकायत कर तेजस्वी यादव के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
जदयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने बताया कि पंचायत चुनाव को लेकर राज्य में आदर्श चुनाव आचार संहिता लागू है। ऐसे में लोकआस्था के महत्वपूर्ण पर्व तीज के दिन गोपालगंज जिला के बैकुंठपुर विधानसभा में तेजस्वी यादव अपने विधायक प्रेम शंकर जी के पैतृक गांव में महिलाओं को रुपए बांटते नजर आ रहे हैं।
जदयू एमएलसी व प्रवक्ता नीरज कुमार ने बताया कि बैंकुंठपुर प्रखंड के बांसघाट मसूरिया पंचायत के ग्राम चिरौली पंचायती राज प्रक्षेत्र के अंतर्गत आता है, जहां जल्द ही पंचायत का चुनाव होना है। उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव राज्य के विपक्ष के नेता के संवैधानिक पद पर हैं, उनके द्वारा खुलेआम रुपए बांटना आचार संहिता के प्रावधान का उल्लंघन है।
कार्रवाई करे निर्वाचन आयोग
मामले में नीरज कुमार ने राज्य निर्वाचन आयोग को लिखित शिकायत कर तेजस्वी यादव के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। वहीं मामले को लेकर गोपालगंज के एसडीएम ने बैकुंठपुर के एसडीओ और एसएचओ से पूरे मामले में रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा है। तेजस्वी यादव का पैसा बांटते वीडियो वायरल मामला। सदर एसडीएम ने कहा है कि मामला सही पाए जाने पर कार्रवाई हो सकती है।
क्या है पूरा मामला?
दरअसल गुरुवार को नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव गोपालगंज के दौरे पर थे। जहां वह पूर्व राजद विधायक स्वर्गीय देवदत्त यादव की पुण्यतिथि कार्यक्रम में शामिल हुए। वहां उन्होंने उनकी मूर्ति पर माल्यार्पण किया और एक सभा को संबोधित किया। कार्यक्रम की समाप्ति के पश्चात जब वह सड़क मार्ग से वापस लौट रहे थे, तब रास्ते में महिलाएं उनके काफिले के पास पहुंच गई और उन से फरियाद करने लगीं। उनकी स्थिति देखकर तेजस्वी यादव का दिल पसीज गया और उन्हें अपनी जेब से कुछ रुपए निकाल कर महिलाओं को दिए। इसी को लेकर सत्ता पक्ष नेता प्रतिपक्ष पर हमलावर है और उनके इस करने पर कई तरह के सवाल उठा रहा है।
एक तीर से दो निशाने साधते हुए नीरज कुमार ने पहले जहां तेजस्वी यादव के इस कृत्य को गलत बताया। वहीं दूसरी तरफ लालू यादव के शासनकाल में हुए घोटाले और जमीन खरीदने के मामले को भी उठा दिया। उन्होंने कहा जिस तरह लालू यादव ने गरीबों की जमीन अपने नाम लिखवा ली थी और उन्हें इसके बदले में कुछ रुपए दिए गए थे। ठीक उसी तरह तेजस्वी यादव थी चंद नोट के टुकड़े महिलाओं के आंचल में डाल रहे हैं। इसके अलावा उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव को इतना घमंड नहीं करना चाहिए कि उन्हें अमीरी और गरीबी का फर्क भी ना पता चले।