PATNA : पूर्व केंद्रीय मंत्री रघुवंश प्रसाद पंचत्त्व में विलीन हो गए. सोमवार को उनका राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया. रघवुंश प्रसाद की अंतिम विदाई में तेजस्वी यादव भी शामिल होने वैशाली गए लेकिन लालू यादव के बड़े बेटे घर में ही रघुवंश बाबू को श्रद्धांजलि देते नजर आए. तो सवाल ये है कि आखिर रघुवंश प्रसाद को अपना अभिभावक कहने वाले तेजप्रताप यादव उनकी अंतिम यात्रा में शामिल क्यों नहीं हुए. कहीं एक लोटा वाले बयान से वो डर तो नहीं गए?
घर से क्यों नहीं निकले तेजप्रताप
अब बिहार के राजनीतिक दलों ने यह सवाल उठाया कि तेजस्वी अंतिम विदाई में शामिल हुए तो तेजप्रताप क्यों नहीं? इसके बाद तेज प्रताप यादव की एक तस्वीर मीडिया में वायरल होने लगी. इस तस्वीर में वे अपने आवास परिसर में पेड़ के नीचे रघुवंश प्रसाद सिंह की तस्वीर पर श्रद्धांजलि अर्पित करते नजर आ रहे हैं.
राजनीतिक जानकारों का कहना है कि तेज प्रताप यादव उनपर लगाए जा रहे आरोपाें से डरे हुए हैं. वे बेहद दुखी भी हैं. एक लोटा पानी वाला बयान ने उन्हें अलग-थलग कर दिया है. दरअसल, पटना से वैशाली तक रघुवंश प्रसाद सिंह के समर्थकों का हुजूम देख तेज प्रतााप यादव डर गए कि समर्थक उनके एक लोटा पानी वाले बयान पर उन्हें घेर ना लें. हालांकि एक लोटा पानी वाला बयान देकर वे तुरंत पलट भी गए थे. उन्होंने रघुवंश प्रसाद सिंह को चाचा और अभिभावक संबोधित किया था. लेकिन बात तो निकल चुकी थी अब उसके मैनेज करने की कोशिश तेजप्रताप ने की लेकिन सियासत में हर बात पर राजनीति होती है ये बात शायद तेजप्रताप यादव भूल गए थे. लिहाजा एक बयान ने तेजप्रताप यादव अलग-थलग कर दिया है. हालांकि तेजप्रताप यादव घर से निकल कर रघवुंश बाबू के अंतिम यात्रा में शामिल नहीं हुए इसका जवाब तो वही अच्छे ढंग से जानते होंगे.