बिहार उत्तरप्रदेश मध्यप्रदेश उत्तराखंड झारखंड छत्तीसगढ़ राजस्थान पंजाब हरियाणा हिमाचल प्रदेश दिल्ली पश्चिम बंगाल

LATEST NEWS

सुशील मोदी का सनसनीखेज आरोप, तेजस्वी ने अपने नामांकन में छुपाई है संपति

सुशील मोदी का सनसनीखेज आरोप, तेजस्वी ने अपने नामांकन में छुपाई है संपति

PATNA : बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पर जमकर निशाना साधा है. उन्होंने तेजस्वी यादव से पूछा है की उन्होंने चार करोड़ 10 लाख रुपए का ऋण किस कंपनी को दिया है. वहीँ कहा की आखिर बिना किसी नौकरी और व्यवसाय के इतना पैसा कहां से आया की किसी अन्य को चार करोड़ 10 लाख रुपए का ऋण दिया गया. उन्होंने कहा की 2015 के Affidavit में दिखाया गया है की 1 करोड़ 7 लाख का लोन किसी भारतीय कम्पनी को दिया. फिर 5 साल में 3 करोड़ की कहां से आमदनी हुई कि 4 करोड़ 10 लाख का ऋण दिया गया. 

वहीँ उन्होंने कहा की रघुनाथ झा एवं कान्ति सिंह से टिकट/मंत्री पद के बदले गिफ्ट में प्राप्त सम्पत्ति को खरीद की सम्पति बता रहे हैं. स्व. रघुनाथ झा ने 2005 में गोपालगंज में एनएच के पास दो मंजिला मकान तेजस्वी और तेजप्रताप को 15 वर्ष की आयु में गिफ्ट कर दिया. जबकि कान्ति सिंह ने 2005 में पटना के चितकोहरा में G +2 मकान गिफ्ट कर दिया. लेकिन गोपालगंज के 2 मंजिला मकान को केवल ग्राउंड फ्लोर का Affidavit में दिखाया जा रहा है. वही जो सम्पत्ति गिफ्ट में प्राप्त हुई उसे 2005 में खरीदी हुई दिखाई जा रही है. आखिर 31 साल की उम्र में तेजस्वी यादव 52 एवं तेजप्रताप 28 से ज्यादा सम्पत्ति के मालिक कैसे बन गए? जब कोई पुश्तैनी सम्पत्ति नहीं थी. नौंवी तक मुश्किल से पढ़ाई कर पाए. क्रिकेट में भी विफल रहे. न कोई नौकरी की, न व्यवसाय किया. फिर भी आखिर ऐसी क्या योग्यता थी जिसके बलबूते करोड़ों की सम्पत्ति के मालिक बन गए. 


सुशील कुमार मोदी ने कहा की उनकी कई संपत्ति जब्त की गयी है. जिसमें डीलाइट मार्केटिंग  27.75 डिसमिल, ए के इन्फोसिस्टम, ए बी एक्सपोर्ट और फेयरग्लो का गेस्ट हाउस शामिल है. उधर तेजस्वी IRCTC घोटाले में Charge sheeted हैं. लॉकडाउन के कारण ट्रायल प्रारंभ नहीं हो पाया. भ्रष्टाचार से जुड़े मामले में ( IRCTC घोटाला) बेल पर हैं. इस मामले में जेल सुनिश्चित है. 

उन्होंने कहा की लालू प्रसाद की जिन्दगी का बड़ा हिस्सा जेल में बीत गया, तेजस्वी यादव को भी लम्बे समय तक जेल में रहना पड़ेगा. धोखाधड़ी, Criminal Conspiracy, Money Laundering, Beneficial owner (सम्पत्ति स्वयं की, परंतु दूसरे के नाम से प्रदर्शित) का मुकदमा चल रहा है. 

पटना से कुमार गौतम की रिपोर्ट 

Suggested News