पटना... बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व में सोमवार को एक बार फिर से एनडीए की सरकार सत्ता आएगी। शाम के 4.30 बजे पटना स्थित राजभवन में नीतीश कुमार समेत कई अन्य चेहरों को मंत्रिमंडल में बतौर मंत्री शपथ दिलवाई जाएगी। इस बीच बड़ी खबर यह आ रही है कि महागठबंधन के नेता तेजस्वी यादव शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा नहीं लेंगे। तेजस्वी ने आरोप लगाते हुए कहा था कि इस बार के चुनाव में बीजेपी ने चुनाव को हाई जैक कर लिया। पूरे चुनाव में हम लोगों ने सही मुद्दा और जनता का मुद्दा उठाया था और पहली बार ऐसा हुआ जब विपक्ष ने एजेंडा सेट किया था। हमने सकारात्मक रूप से हमने मुद्दा बनाया और जनता ने हमारा भरपूर साथ दिया। तेजस्वी ने कहा कि देश का युवा, मजदूर, किसान, जीविका दीदी, नियोजित शिक्षकों या अन्य वर्ग हों, सभी में आक्रोश है। उनमें आक्रोश इस बात का है कि चुनाव के परिणाम को धन बल छल से बदला गया।
राजद शपथ ग्रहण का बायकॉट करती है। बदलाव का जनादेश NDA के विरुद्ध है। जनादेश को 'शासनादेश' से बदल दिया गया। बिहार के बेरोजगारों,किसानो,संविदाकर्मियों, नियोजित शिक्षकों से पूछे कि उनपर क्या गुजर रही है।NDA के फर्ज़ीवाड़े से जनता आक्रोशित है। हम जनप्रतिनिधि है और जनता के साथ खड़े है
— Rashtriya Janata Dal (@RJDforIndia) November 16, 2020
बता दें कि बिहार चुनाव 2020 का रिजल्ट जारी होने के बाद से ही राजद नेता तेजस्वी यादव चुनाव हार का सारा ठीकरा चुनाव आयोग और नीतीश कुमार पर फोड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमें चुनाव में गलत तरीके से हराया गया है। इस चुनाव में जहां एनडीए को 125 सीटों पर जीत मिली वहीं महागठबंधन को 110 सीटों से ही संतोष करना पड़ा है।
इससे पूर्व महागठबधंन के घटक दलों के साथ बैठक कर तेजस्वी यादव ने कहा था कि निराश होने की कोई जरूरत नहीं है, क्योंकि हम हारे नहीं हराए गए हैं। तेजस्वी ने कहा कि नतीजे हमारे पक्ष में आए हैं और फैसला उनके पक्ष में आया है। उन्होंने कहा कि 2015 में भी यही हुआ था। सबसे बड़ी पार्टी बनने के बाद भी हमें सत्ता से हटाकर बीजेपी चोर दरवाजे से सत्ता में आई थी।