पटना- अप्रैल का दूसरा सप्ताह शुरु हुआ हीं है कि गर्मी ने अपने तेवर दिखाने शुरू कर दिए हैं.बिहार के कई जिलों में लू का असर दिखने लगा है और गर्मी झुलसाने लगी है. मौसम विभाग ने आसमान से आग के गोले बरसने की भविष्यवाणी की है. विभाग के बिहार के कई जिलों के लिए हीटवेव की चेतावनी जारी की है.वहीं उत्तर-मध्य और उत्तर-पूर्व हिस्से में कुछ एक स्थानों पर छिटपुट बारिश के आसार हैं. इस दौरान इस इलाके में तापमान में आंशिक गिरावट हो सकती है, जबकि दक्षिण बिहार पूरी तरह शुष्क रहेगा. यह गर्म हवाएं चलती रहने का पूर्वानुमान है. मौसम में यह बदलाव पूर्वी बिहार पर बने साइक्लोनिक सर्कुलेशन की वजह से आया है. वहीं मौसम विभाग के अनुसार इस सप्ताह लू लोगों को झुलसा सकती है. इस दौरान तापमान में बढ़ोतरी देखने को मिलेगी. 18 से 19 अप्रैल तक लू की स्थिति बने रहने की उम्मीद है. पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव 20 अप्रैल से देखा जा सकता है.बिहार में यह मौसमी बदलाव देखा जा रहा है. 20 अप्रैल के बाद से राज्य में एक बार फिर शुष्क मौसम का असर देखने को मिलने के आसार हैं.
कई जिलों के लिए हीटवेव अलर्ट जारी किया गया है, यहां 18 से 19 अप्रैल तक तापमान बढ़ने का अनुमान है. पटना,सीवान, छपरा, वैशाली, समस्तीपुर, मुजफ्फरपुर, कैमूर, मधुबनी में लोगों को भीषण गर्मी झेलनी पड़ सकती है.बिहार में दिन-प्रतिदिन तामपान बढ़ने से गर्मी से लोग बेहाल हो सकते हैं. बिहार में तो अप्रैल शुरुआत में ही गर्मी ने अपना आतंक बढ़ाना शुरू कर दिया. पिछले तीन दिनों में ही 5 डिग्री तक तामपान बढ़ा है तो वहीं मौसम विभाग के अनुसार बुधवार को सुबह से ही तापमान बढ़ेगा और लू चलेगी.
मौसम विभाग के अनुसार दिन के दौरान अत्यधिक गर्मी की वजह से लोगों का घरों से बाहर निकलना मुश्किल हो जाएगा. इस सप्ताह अधिक तापमान रहने की संभावना है. बुधवार को राज्य दक्षिणी क्षेत्र में कई स्थानों पर कमोबेश लू जैसी ही गर्म हवाएं महसूस की गयीं. इसके प्रभाव से रोहतास में उच्चतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस, शेखपुरा में 41.2, नवादा में 40.1 ,बांका में 40.5 और सिवान में 41 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया है. गया, मधुबनी, औरंगाबाद और खगड़िया में पारा करीब 40 डिग्री सेल्सियस के आसपास ही रहा.
चिकित्सकों ने भी इस मौसम में बच कर रहने की सलाह दी है. डॉक्टर्स का कहना है कि अधिक गर्मी पड़ने से शरीर में पानी की मात्रा कम हो जाती है. इससे बचने के लिए ज्यादा पानी पीने और तरल पदर्थों के सेवन की सलाह दी गई है. डॉक्टर्स ने गरीठ खाने खाने से परहेज करने की बात कही है. तबीयत खराब होने पर बिना देर किए चिकित्सक की सलाह लेने की बात कही है. ओआरएस के सेवन की सलाह भी चिकित्सकों ने दी है.