GOPALGANJ : जिले के सदर अस्पताल में इलाज कराने के लिए आने वाले मरीजों को आभा एप के कारण कई तरह के परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। आलम यह है कि शनिवार को सैकड़ों मरीज बिना इलाज कराए अपने घर वापस लौट गए हैं। साथ ही मरीजों के बीच मायूसी और अस्पताल प्रशासन के खिलाफ आक्रोश भी देखने को मिल रहा है।
दरअसल, मरीजों के लिए मुख्य समस्या यह है कि आभा ऐप का इस्तेमाल करना सभी मरीजों के लिए आसान नहीं है। जिनके पास स्मार्टफोन है और वे तकनीक के जानकार हैं, वे आसानी से ऐप का उपयोग करके डॉक्टर से अपॉइंटमेंट ले सकते हैं और अपना इलाज करवा सकते हैं। लेकिन, जिनके पास स्मार्टफोन नहीं है या जो तकनीक का इस्तेमाल नहीं कर पाते हैं, उनको काफी परेशानी होती है। ऐसे मरीजों को अपॉइंटमेंट लेने और डॉक्टरों को दिखाने में दिक्कत होती है। गरीब और ग्रामीण इलाकों के लोग अक्सर स्मार्टफोन या इंटरनेट का इस्तेमाल करने में सक्षम नहीं होते हैं। ऐसे में आभा एप जैसे ऐप्स उनके लिए स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच को और भी मुश्किल बना रहे हैं।
बता दें कि अस्पताल प्रशासन द्वारा आभा ऐप के इस्तेमाल के बारे में मरीजों को पूर्ण रूप से जागरूक नही किया गया जिसके कारण मरीजो को ऐप का उपयोग करने में परेशानी हो रही हैं। कुछ मरीजों के पास स्मार्टफोन ही नहीं है, तो कुछ को ऐप डाउनलोड करने और इस्तेमाल करने में दिक्कत हो रही है। इस वजह से, कई मरीज डॉक्टरों को दिखा पाने में नाकाम रह रहे हैं और उन्हें बिना इलाज के ही वापस लौटना पड़ रहा है। जिसके कारण मरीजों में आक्रोश और निराशा का माहौल है।
कई मरीजों ने बताया कि उन्हें डॉक्टरों को दिखाने के लिए लंबी लाइन में लगना पड़ा, लेकिन ऐप में खराबी होने के कारण उनका नंबर नहीं आ पाया। वहीं कुछ लोगो ने बताया कि मोबाइल नही रहने के कारण उन्हें बिना इलाज के वापस लौटना पड़ा। कुछ मरीजों ने यह भी कहा कि उन्हें ऐप का इस्तेमाल करने में समझ नहीं आ रहा है
इस संदर्भ में अस्पताल मैनेजर जान मोहम्मद ने बताया कि आभा ऐप को लेकर मरीजों को जागरूक करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि वे जल्द ही आभा ऐप के इस्तेमाल में और आसानी लाने के लिए कदम उठाएंगे। उन्होंने मरीजों से अपील की है कि वे धैर्य रखें और आभा ऐप के इस्तेमाल में किसी भी तरह की दिक्कत होने पर अस्पताल कर्मचारियों से मदद लें।