सरेआम चौकी के पास ही महिला से 60 हजार की लूट, कार्रवाई के नाम पर लिखित शिकायत में उलझी रह गई दानापुर की एक्टिव पुलिस

PATNA : बिहार में बढ़ते अपराध का ग्राफ थमने का नाम नहीं ले रहा है।आए दिन अपराधी दिनदहाड़े बड़ी वारदात को अंजाम दे रहे हैं। ताजा मामला पटना से सटे दानापुर में देखने को मिला। जहां दानापुर सगुना मोर के पास पुलिस चौकी के नजदीक ही अपराधियों ने एक महिला से 60 हजार रुपए और मोबाइल लूट कर फरार हो गए और चौकी पर तैनात पुलिसकर्मी देखते रह गए।
स्थानीय लोगों के मुताबिक घटना से थोड़ी दूर पर दानापुर पुलिस की जिप्सी लगी हुई थी। घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस कार्रवाई करने के जगह पर दूसरे रूट में चल गई। सबसे बड़ी बात तो यह है कि पीड़िता जब चौकी पर तैनात पुलिसकर्मियों को इसकी जानकारी दी तो वहां उपस्थित पुलिसकर्मियों ने उन्हें दानापुर थाने जाकर आवेदन देने की बात कर डाली। पीड़ित महिला जब थाना जाकर घटना की लिखित जानकारी थाने में दी तो वहां उपस्थित पदाधिकारी ने आवेदन को फिर से लिखने के लिए सुझाव दिया और उन्होंने महिला को यह बताया कि वह इस घटना को लूट का आवेदन ना लिखकर बैग खो जाने की बात लिखने की बात कही।
मिली जानकारी के अनुसार मसौढ़ी की रहने वाली श्वेता सिंह अपने ससुर के इलाज के लिए सगुना मोर स्थित एक निजी नर्सिंग होम में 2 जुलाई को भर्ती कराई थी ।आज अस्पताल से उनके ससुर को डिस्चार्ज कराना था। इसी को लेकर वह कल शनिवार को अपने पति से अस्पताल में जमा कराने के लिए पैसा मंगवाई थी। आज हॉस्पिटल से उनके ससुर को डिस्चार्ज कराना था। इससे पहले वे अपने नंदोई के साथ अस्पताल से निकलकर सगुना मोड़ के पास पुलिस चौकी के नजदीक नाश्ता करने जा रही थी। इसी क्रम में बाइक पर सवार दो अपराधी वहां पहुंचे और श्वेता सिंह से उनका बैग छीन कर आराम से मोटरसाइकिल से भाग निकले।
सबसे बड़ी बात तो यह है कि जिस जगह पर श्वेता सिंह घटना होने की बात बता रही हैं वहीं पर सगुना मोर पुलिस चौकी है और घटना की जानकारी मिलने के बाद भी पुलिस चौकी पर तैनात पुलिसकर्मियों ने अपराधियों को खदेड़ने का या फिर हल्ला करने की कोशिश तक नहीं की । इतना ही नहीं जब पीड़ित श्वेता सिंह दानापुर थाने पहुंच कर पूरे घटना की जानकारी दी तो वहां तैनात पुलिस पदाधिकारी ने उन्हें यह सुझाव दिया कि वह आवेदन में यह लिखे कि उनका बैग कहीं खो गया है। इस मामले में दानापुर थाना प्रभारी से बात करने का प्रयास किया गया लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो सका।
घटना के बाद हताश परेशान महिला ने यह बताया कि उनका पति खेती-बाड़ी कर मजदूरी कर घर परिवार चलाता है और किसी तरह पैसा जमा करके वह अपने ससुर का इलाज करा रहे थे। अब उनका पैसा अपराधियों ने लूट लिया अब उन्हें इस बात की चिंता सताने लगी है कि अपने ससुर को अस्पताल से डिस्चार्ज वे किस तरह कर आएंगे क्योंकि अब उनके पास इतना पैसा भी नहीं है।