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सुपौल में मुखिया पति की पटना में इलाज के दौरान मौत, 17 दिसंबर को अपराधियों ने मार दी थी गोली

सुपौल में मुखिया पति की पटना में इलाज के दौरान मौत, 17 दिसंबर को अपराधियों ने मार दी थी गोली

सुपौल. त्रिवेणीगंज नव गठित नगर परिषद चुनाव में वार्ड नंबर 18 के वार्ड पार्षद उम्मीदवार अश्वनी यादव की इलाज के दौरान पटना स्थित पारस अस्पताल मेंमौत हो गई। अश्वनी का इलाज के लिए दरभंगा स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां अश्वनी की हालत नाजुक देखते हुए बेहतर इलाज के लिए पटना रेफर कर दिया था। हालांकि पुलिस ने घटना के 36 घंटे बाद सभी अपराधियों को गिरफ्तार कर न्याय हिरासत में भेज चुका है।

मुखिया पति की मौत होने के बाद गांव में मातम पसरा हुआ। बीते 17 दिसंबर को रात्रि 11:00 बजे रात्रि मुखिया पति अश्विनी यादव को अज्ञात अपराधियों के द्वारा नाभि में गोली मार दी थी, जिससे गंभीर रूप से जख्मी हो गया था। आनन-फानन में इलाज के लिए अनुमंडलीय रेफरल अस्पताल लाया गया, जहां उपचार के बाद बेहतर इलाज के लिए दरभंगा भेज दिया था। अश्वनी की नाजुक स्थिति देखते हुए उन्हें वहां से भी पटना रेफर कर दिया था, लेकिन इलाज के क्रम में उनकी मौत हो गई है। अश्वनी की मौत की खबर के बाद परिजनों में कोहराम मचा हुआ है। 

बताया जाता है कि अश्वनी महेशुआ पंचायत की वर्तमान मुखिया निधि यादव की पति है, जो त्रिवेणीगंज नागर परिषद वार्ड नंबर 18 से वार्ड पार्षद प्रत्याशी थे। घटना के बाद त्रिवेणीगंज डीएसपी विपिन कुमार के नेतृत्व में विशेष टीम गठित कर घटना में संलिप्त अभियुक्त को गिरफ्तार करने का निर्देश दिया गया। टीम में शामिल थाना प्रभारी संदीप कुमार सिंह ने सतर्कता दिखाते हुए महज़ घटना के 36 घंटे बाद इस घटना में सम्मिलित 5 अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया था। गिरफ्तार अपराधियों के पास पुलिस ने 2 देशी कट्टा, 3 देशी पिस्तौल और 15 जिंदा कारतूस बरामद किये थे। 

पुलिस के मुताबिक थाना प्रभारी संदीप कुमार सिंह को गुप्त सूचना मिली कि थाना क्षेत्र के आदर्श मोहल्ला नगर परिषद त्रिवेणीगंज वार्ड नंबर 18 स्थित हरि नरेश यादव के खाली पड़े घर में कुछ अपराधी अपराधिक घटना को देने हेतु एकत्रित हुए हैं। पुलिस द्वारा तुरंत उस घर की घेराबंदी कर छापेमारी की गई। छापेमारी के क्रम में राजकुमार सिंह उर्फ चिंटू सिंह साकिन आदर्श मोहल्ला, धीरज कुमार नरहा वार्ड नंबर 16, रोशन पौदार मोहम्मद उज्जैर आलम पिता बशीरुद्दीन साकिन महेसुआ, दीपक कुमार साकिन आदर्श मोहल्ला, मौके पर पुलिस ने सभी को गिरफ्तार कर लिया था। तलाशी लेने पर सभी के पास से एक-एक देशी पिस्तौल तथा कुल 15 जिंदा कारतूस बरामद किया गया।

हिरासत में लिये गये सभी 5 अभियुक्त घटना में अपनी संलिप्तता स्वीकार किये हैं। गिरफ्तार अपराधियों में से राजकुमार सिंह उर्फ़ चिंटू सिंह पर त्रिवेणीगंज थाना में आधा दर्जन से अधिक यानी कुल 7 आपराधिक मामले दर्ज हैं। वहीं धीरज कुमार और रौशन पौद्दार पर त्रिवेणीगंज थाना में तीन-तीन अपराधिक मामले पहले दर्ज हैं। गिरफ्तार सभी अपराधी त्रिवेणीगंज थाना क्षेत्र का रहने वाला है। थाना क्षेत्र अंतर्गत मेढिया गांव के समीप बीते 23 नवंबर को कलेक्शन कर्मी से एक लाख सैंतीस हज़ार रुपये एवं मोटरसाइकिल की लूट की घटना को अंजाम दिया था। इस घटना में राशन पौदार, धीरज कुमार ने स्वीकार किया है। घटना को लेकर बीते 19 दिसंबर को सुपौल एसपी डी अमरकेश ने बताया कि नगर परिषद चुनाव से एक दिन पहले रात ग्यारह बजे को त्रिवेणीगंज नगर परिषद के वार्ड नम्बर 18 के वार्ड पार्षद पद के उम्मीदवार रोहित कुमार मणी उर्फ अश्विनी यादव जो वर्तमान में महेशुआ पंचायत मुखिया के निधी कुमारी के पति को अपराधियों ने नाभी में गोली मार कर जख्मी कर दिया था।

सूचना मिलते ही त्रिवेणीगंज डीएसपी बिपिन कुमार और थानाध्यक्ष दल-बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचकर जख्मी को इलाज हेतु सुपौल भेजा। चिकित्सक द्वारा बेहतर इलाज हेतु दरभंगा रेफर कर दिया गया तथा थानाध्यक्ष त्रिवेणीगंज द्वारा उक्त संबंध में कांड दर्ज कर अग्रतर अनुसंधान प्रारंभ कर दिया गया था। घटना में संलिप्त पांच अपराधियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। वहीं अपराधी बीते 23 नवंबर को कलेक्शनकर्मी से एक लाख सैंतीस हज़ार रुपये एवं मोटरसाइकिल की लूट की घटना को अंजाम दिया था। उन्होंने कहा कि इन लोगों के द्वारा लूटी गई मोटरसाइकिल अभी बरामद नहीं हुआ है। बहुत जल्द मोटरसाइकिल बरामद कर ली जाएगी। कुछ ऐसे भी घटना है, जो इन लोगों के द्वारा अभी खुलासा नहीं किया जा रहा है। पुलिस इन सभी का कुंडली खंगाल रही है। बहुत जल्द खुलासा कर दिया जाएगा। 

एसपी ने कहा की  23 नवंबर को जो लूट की घटना को अंजाम दिया था। उसी पैसा से यह लोग हथियार की खरीद की गई थी। इस बाबत थाना अध्यक्ष संदीप कुमार सिंह ने बताया की अश्वनी यादव दरभंगा की निजी अस्पताल में इलाज चल रहा था, जहां हालत में सुधार नहीं होता देख पटना रेफर कर दिया गया था, जहां इलाज के क्रम में अस्पताल में गुरुवार की देर शाम उनकी मौत हो गई।

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