मोतिहारी में स्वास्थ्य विभाग का हाल बेहाल है।सरकारी अस्पताल में मरीज दवा के लिए परेशान है ।वही जिला में कही बिना एक्सपायरी दवा जला दिया जाता है तो कही फेक दिया जाता है ।जांच रिपोर्ट में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी व कर्मी की लापरवाही उजागर होने के बाद भी कार्रवाई नही होती है ।कार्रवाई नही होने से बिना एक्सपायरी दवा फेकने जलाने का सिलसिला लगातार जारी है ।जिला में आधा दर्जन से अधिक अस्पताल में दवा जलाने,फेकने का मामला आने के बाद जांच टीम का गठन तो होता है ।लेकिन जांच रिपोर्ट के बाद कार्रवाई की फाइल दबा दिया जाता है ।चढ़वा चढ़ते ही जांच रिपोर्ट बदल जाती है।ताजा मामला मधुबन के पकड़िया NH 227 किनारे हज़ारो की बिना एक्सपायरी दवा फेके होने की फोटो सोशल मीडिया पर वायरल होते ही चर्चा का विषय बना हुआ है ।आमलोग यह कहते नही थक रहे कि अस्पताल में गए गरीब मरीज को दवा नही होने की बात कहकर बाजार से ख़रीदने को मजबूर किया जाता है।वही बिना एक्सपायरी व जानबूझकर एक्सपायर दवा कहि जलाया जाता है तो कही फेक दिया जाता है।सड़क किनारे दवा फेकने का वीडियो व फोटो सोशल मीडिया पर वायरल होने पर मधुबन पीएचसी प्रभारी ने जांच टीम का गठन कर दिया है।
मोतिहारी के अस्पतालों बिना एक्सपायर दवा जलाने व फेकने का सिलसिला बंद होने का नाम ही नही ले रहा है ।दवा जलाने व फेकने का मामला संज्ञान में आने के बाद जांच टीम का गठन किया जाता है ।लेकिन दोषी पर करवाई की फाइल को ऐसे डंप किया जाता है कि उसका कोई सुराग ही नही मिलता।कुछ ही दिन पहले अरेराज अनुमंडलीय अस्पताल में लाखों के बिना एक्सपायरी दवा जलाने का मामला उठा था।दवा जलाने में मामले में अरेराज तत्कालीन सीओ द्वारा जलते दवा का जप्ती सूची बनाया गया।जिसके रिपोर्ट के आधार पर अरेराज एसडीओ द्वारा करवाई के लिए जिला को भेजा गया ।लेकिन मामला इतना गम्भीर होने के बाद भी विभाग में चढ़वा व उच्ची पैरवी के बल पर फाइल को दबा दिया गया।जिसके कारण लाखो के जीवन रक्षक दवा जलाने वाले पर करवाई नही किया गया।जिला में दो वर्षों के अंदर कोटवा,तुरकौलिया,पताही,कल्यानपुर सहित कई पीएचसी में दवा जलाने व फेकने का वीडियो व फोटो वायरल हुआ ।जांच में मामला सत्य भी पाया गया ।लेकिन करवाई नही होने से सिलसिला जारी रहा।
ताजा मामला मधुबन पकड़िया NH 277 के किनारे हज़ारो की जीवन रक्षक दवा बिना एक्सपायरी व एक्सपायरी फेकने का वीडियो व फोटो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है ।फोटो वायरल होने के बाद पीएचसी मधुबन प्रभारी द्वारा जांच टीम का गठन किया गया है ।प्रभारी ने फेंकी गई दवा की बैच नम्बर व अस्पताल की स्टॉक पंजी की जांच कर दोषी के विरुद्ध करवाई की बात कही जा रही है ।
रिपोर्ट- हिमांशु