MOTIHARI : मोतिहारी में मनरेगा योजना से बना गंडक नदी किनारे बांध अरेराज प्रखंड के सिकटिया गांव वासियों के लिए वरदान साबित हो रही है। नेपाल में लगातार हो रही बारिश के कारण गंडक नदी में बाढ़ का पानी मनरेगा से बने बांध के कारण प्रवेश नही कर सकी ।जिसके कारण हज़ारों की आबादी को बाढ़ से राहत मिली, वही फसल को भी नुकसान से बचाया जा सका। इसका फायदा यह हुआ कि सरकारी राजस्व में भी करोड़ों रुपए की बचत हुई। जो होने नुकसान के रुप में सरकार को खर्च करने पड़ते।
मनरेगा बांध नही रहने पर गंडक नदी में पानी आते ही सिकटिया गांव में पानी प्रवेश कर जाता था ।जिससे सिकटिया गांव के लोग परेशान हो जाते थे ।अरेराज प्रखंड के मिश्रौलिया पंचायत के सिकटिया ग्रामवासी लगतर गंडक नदी में बाढ़ आते ही घर मे पानी प्रवेश करने से परेशान रहते थे ।इसके पूर्व सिकटिया के पड़ोसी गांव सखवा टोक कटाव के कारण नदी में विलीन हो चुका है ।
15 लाख की लागत से हुआ निर्माण
ग्रामीणों की परेशानी को लेकर मुखिया देशबंधु सिंह द्वारा मनरेगा योजना से 15 लाख की लागत से सरेया पंचायत सीमा से लेकर सिकटिया तक गांव के बगल से एक बांध का निर्माण कराया गया। बांध बनाने में लगभग 400 मजदूर को रोजगार भी मिला ।उसके साथ ही पर्यावरण की सुरक्षा को लेकर बांध के किनारे ढाई हजार पौधा भी लगाया गया है । वहीं बांध बनने के कारण इसबार गंडक नदी में आये बाढ़ के बाद भी सिकटिया गांव में बाढ़ का पानी प्रवेश नही किया।
एक किमी लंबा निर्माण
मनरेगा पीटीए नितेश कुमार ने बताया कि लगतर बाढ़ की पानी से सिकटिया गांव की परेशानी को लेकर गांव के पास से एक किलोमीटर तक मनरेगा योजना से बांध का निर्माण कराया गया है ।बांध निर्माण से गांव को बहुत राहत मिली है ।जल्द ही सरेया पंचायत सीमा से लेकर लोकनाथपुर तक बांध बनाने के लिए विभाग को प्रोपोजल भेजा जाएगा ।लोकनाथपुर तक बांध बन जाने से आधा दर्जन गांव के लोगो को राहत मिलेगा।