BHAGALPUR : मायागंज अस्पताल में बुधवार को उस वक्त हंगामा मच गया। जब प्रसव विभाग में एक परिजन ने अस्पताल प्रबंधन पर बच्चा गायब करने का इल्जाम लगा दिया। दरअसल मामला यह है की बांका अमरपुर भरखो निवासी प्रदीप दास की 24 वर्षीय पत्नी कविता देवी को प्रसव पीड़ा होने के बाद 3 जनवरी को मायागंज अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। जहां 4 जनवरी को ऑपरेशन करके बच्चा का जन्म हुआ। उस वक्त ऑपरेशन थिएटर में मौजूद डॉक्टरों द्वारा कविता देवी के पति प्रदीप दास को दिखा दिया गया कि उनको एक बच्चा हुआ है। बच्चा होने के बाद परिजन अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट के अनुसार अस्पताल प्रबंधन पर बच्चा गायब करने का आरोप लगा रहे थे। वही इस विषय पर अस्पताल में ड्यूटी के दौरान मौजूद नर्स और डॉक्टरों का कहना था कि अस्पताल में ऐसी कोई घटनाएं नहीं हुई है। ऑपरेशन के बाद परिजनों को ऑपरेशन थिएटर में बुलाकर हुए बच्चे को दिखा दिया गया है।
क्या कहते हैं परिजन
लेकिन परिजन और महिला के पति का कहना है कि बांका अमरपुर स्थित डॉ सुधा कुमारी के पास 20 दिसंबर को जब मैंने अपने पत्नी को दिखाया था, तो वहां अल्ट्रासाउंड करवाने को कहा गया था। जिसके बाद 25 दिसंबर को अल्ट्रासाउंड कराया गया तो उसके रिपोर्ट के अनुसार मेरी पत्नी को जुड़वा बच्चा होना था। कहा गया कि 10 दिन के अंदर एडमिट हो जाओ। लेकिन हमारे पास पैसा नहीं होने की वजह से सदर अस्पताल बांका ले गए। जहां से मरीज का हालत देख कर मायागंज रेफर कर दिया गया। यहां 3 जनवरी को अपनी पत्नी को लेकर आया और करीब 12:00 बजे भर्ती करवाया था। 3 जनवरी के रात में यहां मौजूद डॉक्टरों ने भी कहा कि इनको जुड़वा बच्चा होना है। अभी सलाइन चढ़ाया जाएगा सुबह में ऑपरेशन होगा। लेकिन जब ऑपरेशन कर के बच्चा हुआ तो एक ही बच्चा था। यह कैसे हो सकता है की अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट जुड़वा बच्चा दिखा रहा है,और ऑपरेशन में एक हो।
क्या बोली प्रसूता
वही इस विषय में प्रसूता महिला कविता देवी ने बताया कि मुझे महसूस हो रहा था कि मुझे जुड़वा बच्चा है। ऑपरेशन के वक्त भी ऐसा लगा कि ऑपरेशन करके मुझे दो बच्चे हुए हैं। लेकिन मुझे एक ही दिखाया गया। जबकि 25 दिसंबर को जो अल्ट्रासाउंड हुआ था उसमें दो जुड़वा बच्चा होने को बताया गया था।
भागलपुर से बालमुकुन्द की रिपोर्ट