NEWS4NATION DESK : धनबाद के बहुचर्चित पूर्व डिप्टी मेयर नीरज हत्याकांड मामले में कई और राज खुलेंगे। यूपी के डॉन रहे मुन्ना बजरंगी के शॉर्प शूटर धर्मेंद्र प्रताप सिंह उर्फ रिंकू सिंह को बुधवार की रात गाजीपुर जेल से धनबाद लाया गया। रिंकू पर आरोप है कि उसने पूर्व डिप्टी मेयर नीरज सिंह सहित चार लोगों की हत्या में अहम भूमिका निभाई थी। हत्याकांड के किंगपिन सुल्तानपुर लंभुआ के पंकज सिंह के कहने पर रिंकू ने ही शूटरों को धनबाद भेजा था। .
धनबाद पुलिस करीब डेढ़ वर्ष से रिंकू के धनबाद लाए जाने का इंतजार कर रही थी। सरायढेला थानेदार निरंजन तिवारी प्रोडक्शन वारंट पर रिंकू को धनबाद लाने के लिए गाजीपुर गए थे, मगर यूपी के कई कोर्ट में रिंकू के विरुद्ध चल रहे ट्रायल के कारण उसे धनबाद लाने की अनुमति नहीं मिली थी। धनबाद सीजेएम के आदेश पर बुधवार को गाजीपुर जेल प्रशासन ने रिंकू को धनबाद पहुंचाया।
पुलिस जांच में पता चला कि रिंकू ने ही मिर्जापुर जेल में बैठे-बैठे अमन सिंह व बलिया के चंदन सिंह को पंकज सिंह से संपर्क करने को कहा था। इसके बाद पंकज ने दोनों को नीरज की हत्या के लिए धनबाद बुलाया था। 3 मई 2017 को यूपी अंबेडकर नगर निवासी शूटर अमन सिंह रिंकू से मिलने ही मिर्जापुर जेल जा रहा था, तभी उसे यूपी एसटीएफ ने दबोच लिया था। शूटर अमन सिंह, शूटर चंदन सिंह उर्फ सतीश और पंकज सिंह ने अपने-अपने इकबालिया बयान में रिंकू की भूमिका का जिक्र किया है।
बता दें कि 21 मार्च 2017 को धनबाद के पूर्व मेयर नीरज सिंह समेत चार लोगों को स्टील गेट के पास गोलियों से छलनी कर दिया गया था। नीरज सिंह की हत्या ने धनबाद ही नहीं पूरे झारखंड को हिला कर रख दिया था। हत्या में उनके अपने ही चचेरे भाई झरिया के बीजेपी विधायक संजीव सिंह का भी नाम सामने आया था। संजीव सिंह इस मामले में इनदिनों में जेल में है।