नगर निगम में व्याप्त भ्रष्टाचार को लेकर निगम आयुक्त से मिलने पहुंची पूर्व महापौर, ट्रैक्टर और टैंकर के किराए के रूप में 45 लाख के भुगतान के जांच की मांग

BHAGALPUR : भागलपुर नगर निगम प्रशासन के द्वारा महापौर सीमा शाह के पति और जिला परिषद अध्यक्ष टुनटुन साह के पेट्रोल पंप पर काम करने वाले कर्मचारी, सहित कई निजी कर्मचारियों को नगर निगम प्रशासन के द्वारा उनके खातों में भुगतान किए जाने और भागलपुर नगर निगम के जल कल शाखा के द्वारा पिछले 26 महीनों से महापौर के पति टुनटुन साह के पांच टैंकर और ट्रैक्टर के किराए के रूप में 45 लाख 50 हजार रुपया दिए जाने का मामला तूल पकड़ने लगा है।
जिसको लेकर नगर निगम की पूर्व उपमहापौर और वार्ड पार्षद डॉ प्रीति शेखर पूरे प्रकरण का निष्पक्ष जांच कराने को लेकर नगर आयुक्त प्रफुल्ल चंद्र यादव से मुलाकात की और जांच को लेकर ज्ञापन भी सौंपा, इस दौरान नगर आयुक्त ने पूर्व उपमहापौर की बातों को गंभीरता पूर्वक सुने और पूरे प्रकरण पर जांच कराए जाने की बात कही, वहीं इस पूरे प्रकरण पर पूर्व उपमहापौर डॉ प्रीति शेखर ने कहा कि जिस तरह नगर निगम प्रशासन के द्वारा महापौर और जिला परिषद अध्यक्ष के निजी कर्मचारियों को नगर निगम के खजाने से पैसा दिया गया और नगर निगम के जल कल शाखा के द्वारा जिला परिषद अध्यक्ष के पांच टैंकर और ट्रैक्टर को किराए मद में 45 लाख 50 हजार रुपए दिए गए। वह जांच का विषय है। नगर निगम प्रशासन स्वतंत्र एजेंसी से इसकी जांच कराएं और जो भी दोषी हो, उस पर कार्रवाई हो और कोई भी निर्दोष इस पूरे प्रकरण में नहीं फंसे। वहीं नगर आयुक्त ने अपने वरीय अधिकारियों और नगर विकास विभाग को इस पूरे प्रकरण से अवगत कराए जाने की बात करते हुए जांच कराए जाने की बात कही।
जिलाधिकारी भी गंभीर
वही भागलपुर के जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने कहा कि भागलपुर नगर निगम मैं हाल में जो घटनाक्रम सामने आ रहे हैं, उस पर उनकी नजर है, जल्द ही सक्षम विभाग से जांच करा कर दोषी अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों पर कार्रवाई की बात कही, जिस तरह भागलपुर नगर निगम प्रशासन और जनप्रतिनिधि की मिलीभगत से नगर निगम प्रशासन की राशि निजी कर्मचारियों के खातों में हस्तांतरित किया गया है, वह भागलपुर के इतिहास में सृजन पार्ट 2 को दर्शाने वाला साबित हो रहा है, और भागलपुर नगर निगम के इस नए कारनामे से शहरवासी काफी आक्रोशित दिख रहे हैं।