गैंगरेप का विरोध करने पर जिंदा जलाई गई किशोरी ने मौत से पहले कहा - ‘सर, विवाद मेरे पिता से था, फिर दरिंदो ने मेरे साथ दरिंदगी क्यों की, मरने के बाद भी मुझे न्याय जरूर दिलाइएगा

MUZAFFARPUR NEWS : ‘सर, विवाद मेरे पिता से था, फिर दरिंदो ने मेरे साथ दरिंदगी क्यों की, मरने के बाद भी मुझे न्याय जरूर दिलाइएगा। यह कहना उस युवती का... जिसने बीती सोमवार को आखिरी सांसे ली। हवस के दरिंदों ने युवती से गैंगरेप करने में नाकाम रहने के बाद उसे जिंदा जला दिया था। जिसके बाद से युवती को एसकेएमसीएच के बर्न वार्ड में भर्ती कराया गया था, जहां 20 दिन तक मौत से लड़ाई के बाद रविवार आखिरकार अपनी आंखें बंद कर ली।
घटना बीते 30 अगस्त को घटी थी। मौत से दस घंटे पहले उसने अहियापुर पुलिस के समक्ष बयान दर्ज कराया था। इसमें गांव के ही चार युवकों को नामजद किया था। घटना के 20 दिन के बाद बेटी की मौत से माता-पिता रोने-बिलखने लगे। स्वास्थ्यकर्मियों व अन्य ने उन्हें ढांढ़स बंधाया। अहियापुर पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराकर उन्हें सौंप दिया।
मालूम हो कि सीतामढ़ी के पुपरी की रहनेवाली रविवार को किशोरी ने अपने बयान में बताया था कि गांव के ही कुछ लोगों से उसके परिवार का जमीन विवाद है। इसी दुश्मनी को लेकर चारों आरोपित रात में उसे घर से उठाकर खेत में ले गए। सभी ने दुष्कर्म का प्रयास किया। विरोध करने केरोसिन उड़ेल जला दिया। इलाज के लिए एसकेएमसीएच में भर्ती कराया गया था।
सर मुझे इंसाफ जरुर दिलाइएगा
वहीं, एसकेएमसीएच पुलिस चौकी के इंचार्ज आदित्य कुमार ने बताया कि मौत से पहले किशोरी ने बयान दर्ज कराया था। जिसमें उसने पुलिस पदाधिकारी से कहा था, ‘सर, विवाद मेरे पिता से था। फिर दरिंदों ने मेरे साथ दरिंदगी क्यों की। मरने के बाद भी मुझे न्याय जरूर दिलाइएगा।पोस्टमार्टम कराकर शव परिजनों को सौंप दिया गया है। बयान की कॉपी संबंधित थाने को भेज दी जाएगी।