बिहार उत्तरप्रदेश मध्यप्रदेश उत्तराखंड झारखंड छत्तीसगढ़ राजस्थान पंजाब हरियाणा हिमाचल प्रदेश दिल्ली पश्चिम बंगाल

LATEST NEWS

'नीतीश' के अगल-बगल वाले नेता 'लंगोटी' की ताक में....उपेन्द्र कुशवाहा ने मुख्यमंत्री के नजदीकी नेताओं की खोली पोल

'नीतीश' के अगल-बगल वाले नेता 'लंगोटी' की ताक में....उपेन्द्र कुशवाहा ने मुख्यमंत्री के नजदीकी नेताओं की खोली पोल

PATNA: जेडीयू छोड़ने से पहले उपेन्द्र कुशवाहा ने नीतीश कुमार की पूरी पोल खोल कर रख दिया. पटना में प्रेस कांफ्रेंस कर कुशवाहा ने मुख्यमंत्री पर कई गंभीर आरोप लगाए। कहा कि नीतीश कुमार के हाथ में कुछ है नहीं तो क्या मांगें. कुशवाहा ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के अगल अगल-बगल वाले नेताओं को भी खूब सुनाया. कहा कि वैसे नेता सिर्फ खुद की देख रहे. अगल-बगल वाले ही नीतीश कुमार को गलत सलाह दे रहे. वे लोग इस ताक में हैं कि अंत में लंगोटी भी हाथ में आ जाए. 

कुशवाहा ने कहा कि नीतीश कुमार पहले राजनीतिक निर्णय खुद लेते थे, परामर्श जरूर लेते थे लेकिन निर्णय वह स्वयं करते थे. जब खुद निर्णय लेते थे तो सही निर्णय होता था. आज की तारीख में नीतीश कुमार खुद कोई निर्णय ले ही नहीं रहे. नीतीश कुमार क्यों गठबंधन बदला...उन्होंने सार्वजनिक तौर पर यह बात कही कि ललन सिंह और विजेंद्र यादव ने महागठबंधन के साथ जुड़वा दिया. इधर से हटाकर उधर ला दिया. यानी नीतीश कुमार किसी के कहने पर वहां चले गए. यह सीधा उदाहरण है. नीतीश कुमार के बगल कुछ लोग हैं वही लोग सलाह दे रहे और वे निर्णय लेते हैं.

नीतीश कुमार को जिन लोगों ने ताकत दी उनको ही भूल गए. अति पिछड़ा वर्ग, लव कुश समाज के लोगों को अपना उत्तराधिकारी घोषित करते तो बात थी. अब तो पड़ोसी के घर से अपना उत्तराधिकारी घोषित कर रहे हैं. इनको अपने घर में उत्तराधिकारी नहीं मिल रहा है. अति पिछड़ा समाज से किसी व्यक्ति को ले आते, कोई दिक्कत नहीं थी. लव-कुश समाज के किसी व्यक्ति को ले आते कोई दिक्कत नहीं थी. लेकिन यह अपने घर में नहीं बल्कि पड़ोसी के यहां देख रहे हैं. वह भी ऐसा पड़ोसी जिसके बारे में अंतिम चुनाव 2020 में 15 साल बनाम 15 साल का नारा दिया था. एक पड़ोसी के घर में उत्तराधिकारी के लिए जाना पड़े, इसका बड़ा कारण है इनके अगल बगल वाले लोग. अगल बगल वाले लोग निजी स्वार्थ में काम कर रहे हैं और इस तरह की सलाह दे रहे हैं ताकि लंगोटी भी हाथ में आ जाए. वैसे लोग अगल बगल में बैठे हुए हैं.


उपेन्द्र कुशवाहा ने आगे कहा कि हम लोगों ने ऐलान कर दिया है कि विरासत को जाने नहीं देंगे, बंधक नहीं बनने देंगे. आज हमारी चिंता हिस्सेदारी कि नहीं विरासत को बचाने के लिए है. पार्टी जब बर्बाद हो रही है तो उस हथियार से नहीं बचेगा, नया इंस्ट्रूमेंट चाहिए, हम लोगों को नई पार्टी चाहिए, इसलिए हम लोगों ने नया दल बनाने का निर्णय लिया है. नए दल के साथ आगे बढ़ेंगे. नई पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष भी मुझे बनाया गया है. इसी जवाबदेही को देखते हुए हम नाम का ऐलान कर रहे हैं. पार्टी पूरी विरासत को आगे ले जायेगी. हम जननायक की विरासत को बंधक नहीं बनने देंगे. भले ही हमारे भाई ने बंधक रख दिया हो, आरजेडी के साथ एग्रीमेंट बना लिया हो, लेकिन हम इस एग्रीमेंट को जनता के माध्यम से छुड़वाने का काम करेंगे. जनता की अदालत में जाकर एग्रीमेंट को खारिज करवाएंगे. विरासत को अपने हाथ में लेंगे. विरासत को गिरवी नहीं रखेंगे. जो लोग यह कह रहे थे कि आरएलएसपी को जिंदा रखा गया है, वह झूठ बोल रहे थे. हमारी छवि को बदनाम करने का काम कर रहे थे. अब आरएलएसपी नहीं है. हम नहीं जानते थे कि एक दिन ऐसा आएगा कि विरासत को संभालने का काम फिर से हमें करना पड़ेगा. वह दिन आ गया की नई पार्टी बनाना पड़ रहा है. नई पार्टी का नाम है राष्ट्रीय लोक जनता दल .

Suggested News