NAWADA : नवादा जिले के वारिसलीगंज प्रखंड के विद्यालय के कमरे में मवेशियों के चारा रखने से मना करने पर क्षुब्ध ग्रामीणों ने मारपीट कर विद्यालय प्रधान को पीटकर लहूलुहान करने का मामला सामने आया है। बुरी तरह से चोटिल प्रधान शिक्षक को । सहायक शिक्षक की मदद से इलाज के लिए स्थानीय पीएचसी लाया गया। घायल शिक्षक का नाम अजित कुमार बताया गया है।
मामला वारिसलीगज प्रखंड के वरनामा पंचायत की प्राथमिक विद्यालय टीका विगहा से जुड़ा है। अन्य दिनों की तरह सोमवार को भी विद्यालय प्रधान अजित कुमार विद्यालय पहुंचकर आवश्यक कार्य निबटा रहे थे। इस बीच गांव के ही चार सहोदर भाइयो ने विद्यालय के एक कमरे में मवेशियों के चारा (भूसा)रखना चाह रहे थे। जिसकी अनुमति विद्यालय प्रधान ने नहीं दिया। फलतः ग्रामीण एवं शिक्षक के बीच विवाद होने लगा। बात बढ़ी तब ग्रामीण लाठी डंडे एवं लोहे का रड से प्रधान शिक्षक अजित कुमार की पिटाई करने लगे। बाद में सहायक शिक्षक बिपिन चौधरी एवं सुषमा कुमारी के बीच बचाव बाद घटना में जख्मी हो चुके प्रधान को इलाज को ले वारिसलीगंज लाया। जहां शिक्षक की मरहम पट्टी की गई।
बाद में पीड़ित शिक्षक ने स्थानीय पुलिस एवं प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी को आवेदन देकर प्राण रक्षा की गुहार लगाई गई। पीड़ित ने पुलिस को सौंपे आवेदन में टीका बीघा ग्रामीण संजय यादव, कम्प्लेक्स यादव उर्फ लेधा यादव, संतोष यादव तथा विजय यादव चारोंं पिता रामदेव यादव को आरोपी बनाया गया है। बता दें कि प्रखंड के कई गांव के विद्यालय को पड़ोस के गृहस्वामियों द्वारा अपना समझ कर उसका उपयोग भूसा, फसल एवं जलावन रखने में किया जाता था।
परंतु हाल के दिनों में प्रदेश के शिक्षा सचिव द्वारा विद्यालयों के निरीक्षण के भय से शिक्षको द्वारा परिसर के गैर उपयोग से मना किया जाने लगा है। फलतः जिन लोगों ने विद्यालय को अपना घर की तरह उपयोग किया था उन्हें अब परेशान होना पड़ रहा है। ऐसे में निरीह शिक्षक को ग्रामीण के कोप का शिकार होना पड़ता है। जिसका जीता जागता उदाहरण टीका बीघा विद्यालय में सोमवार को हुई मारपीट की घटना है।
REPORT : AMAN SINHA