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नहीं रहा ऑस्कर के लिए चुनी गई फिल्म 'छेल्लो शो' का मेन एक्टर, शुक्रवार को रिलीज होनी है पहली फिल्म

नहीं रहा ऑस्कर के लिए चुनी गई फिल्म 'छेल्लो शो' का मेन एक्टर, शुक्रवार को रिलीज होनी है पहली फिल्म

DESK : एक फिल्म, जिसने इस साल RRR जैसे सुपरहिट फिल्म को पीछे छोड़ अगले साल होनेवाले ऑस्कर अवार्ड के लिए भारत की तरफ से अधिकारिक इंट्री पाने की दावेदारी हासिल की, उस फिल्म के लीड एक्टर का बीते 2 अक्टूबर को निधन हो गया। इस गुजराती फिल्म 'छेल्लो शो' के चाइल्ड एक्टर राहुल कोली का कैंसर से निधन हो गया। राहुल सिर्फ 15 साल के थे। आनेवाले शुक्रवार को छेल्लो शो सिनेमाघरों में प्रदर्शित होनेवाली है। लेकिन सिनेमा के पर्दे पर अपनी फिल्म देखने से पहले ही कोली की जिंदगी के शो का अंत हो गया। 

हमारा परिवार बिखर गया है

उनकी फैमिली को इस बीमारी के बारे में 'छेल्लो शो' की शूटिंग के बाद पता चला। अब फिल्म की रिलीज से कुछ दिन पहले ही उनके निधन से हर कोई शॉक्ड है। राहुल के पिता ने इस बारे में बात करते हुए कहा, 'रविवार, 2 अक्टूबर को, उन्होंने नाश्ता किया, उसके बाद उन्हें बार-बार फीवर चड़ रहा था। फिर उन्हें तीन बार खून की उल्टी आई और उसके बाद उनका निधन हो गया। हमारा परिवार बिखर गया है। लेकिन हम उनकी फिल्म 'छेल्लो शो' 14 अक्टूबर को रिलीज के दिन एक साथ देखेंगे।'

जामनगर में हुई प्रेयर मीट

राहुल की फैमिली ने सोमवार (10 अक्टूबर) को जामनगर के पास उनके गांव हापा में उनके लिए प्रेयर मीट रखी थी। छेल्लो शो में राहुल ने बेहतरीन काम किया है और फिल्म फेस्टिवल में उनके काम की जमकर तारीफ हुई थी। फिल्म में राहुल और भविन के अलावा ऋचा मीना, भावेश श्रीमली, परेश मेहता और टिया सबेश्चियन ने अहम किरदार निभाए हैं।

2020 में पूरी हुई थी फिल्म की शूटिंग

छेल्लो शो फिल्म के डायरेक्टर और लेखक पान नलिन की सेमी ऑटोबायोग्राफी है। फिल्म की शूटिंग मार्च 2020 में पूरी हुई थी, जिसके ठीक बाद देशभर में लॉकडाउन लगा था। फिल्म के पोस्ट-प्रोडक्शन का काम कोरोना महामारी के दौरान पूरा किया गया था।

क्या है छेल्लो शो की कहानी?

छेल्लो शो (लास्ट फिल्म शो) गांव के एक छोटे बच्चे समय की कहानी है जिसे फिल्मों से प्यार होता है। गुजरात के छलाला गांव में बच्चा फिल्म देखने के लिए प्रोजेक्शन रूम में एक सिनेमा प्रोजेक्टर टेक्नीशियन की मदद से पहुंचता है और कई फिल्में देखता है। फिल्में देखते हुए उसकी जिंदगी पूरी तरह बदल जाती है। फिल्म में सिंगल स्क्रीन सिनेमा कल्चर को बखूबी दिखाया गया है।

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