राजद के साथ बढ़ने लगी चिराग की नजदीकियां, यह तस्वीरें दे रही प्रमाण, नीतीश सरकार की मुश्किलें बढ़नी तय

NEW DELHI/PATNA : मोदी मंत्रिमंडल में चाचा पशुपति पारस को स्थान दिए जाने के बाद अब चिराग पासवान का अपने राम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लगभग मोहभंग हो चुका है। अब वह प्रधानमंत्री की बात नहीं करते हैं। इन सबके चिराग और राजद के बीच रिश्ते मजबूत होते नजर आने लगे हैं। पिछले कुछ दिनों से राजद के तमाम नेता यह बयान देते रहे हैं कि चिराग को राजद के साथ आ जाना चाहिए। इन बयानों को और बल तब मिल गया, जब बीते शनिवार को राजद के राष्ट्रीय महासचिव श्याम रजक ने चिराग पासवान से मुलाकात की। दोनों के बीच हुई इस मुलाकात में क्या बातें हुई, यह सामने नहीं आ सका है। लेकिन जो तस्वीरें सामने आई हैं, उसके बाद नए सियासी मायने तलाशे जाने शुरू हो गए हैं।
बताया गया कि अपने आशीर्वाद यात्रा को बीच में छोड़कर कल चिराग पासवान नई दिल्ली गए हुए थे। उनका दिल्ली का यह दौरा हाइकोर्ट के उस निर्देश को लेकर था, जिसमें लोजपा के सिंबल के लिए कोर्ट ने चुनाव आयोग जाने के कहा था। चिराग हाईकोर्ट के निर्देश के बाद अपनी लीगल टीम से आगे की कार्रवाई को लेकर चर्चा करने गए थे। इसी दौरान श्याम रजक उनके आवास पर मिलने के लिए पहुंच गए। जहां दोनों दलित नेताओं के बीत लंबी गुफ्तगु हुई।
क्या राजद के साथ जाएंगे चिराग
पिछले कुछ दिनों से बिहार में जिस तरह के सियासी माहौल है, उसमें इस बात की संभावना तेज हो गई है कि चिराग पासवान और तेजस्वी एक साथ आ सकते हैं। सिर्फ औपचारिक घोषणा होना बाकि है। दोनों युवा नेताओं के एक साथ आने के बाद बिहार की राजनीति में एक अलग रंग देखने की उम्मीद की जा रही है। साथ ही अगर दोनों साथ जाते हैं तो जदयू के साथ भाजपा को भी नुकसान उठाना पड़ सकता है। क्योंकि रामविलास पासवान के निधन के बाद पशुपति पारस ने भले ही पार्टी पर कब्जा कर लिया हो, लेकिन कार्यकर्ताओं और समर्थकों में चिराग ही उतराधिकारी हैं। दलित का पूरा समर्थन चिराग के साथ है, यह उनकी आशीर्वाद यात्रा में जुट रही भीड़ से भी समझा जा सकता है।