सीतामढ़ी पुलिस का असली पीपुल्स फ्रेंडली चेहरा उजागर, पुलिस पर नाबालिग की पिटाई का आरोप, जिस थानाध्यक्ष पर आरोप वहीं करेगा जांच,वाह रे पुलिस!

सीतामढ़ी- पुलिस का पीपुल्स फ्रेंडली चेहरा उजागर हो गया है. बिहार पुलिस मुख्यालय एक तरफ पुलिस को पब्लिक के साथ बेहतर संबंध बनाने का दावा कर रहा हो, पीपुल्स फ्रेंडली होने का दम भर रहा हो, वहीं पुलिस कर्मी अपने पुलिस हेडक्वॉटर के आदेश की अवहेलना करने से नहीं चूक रहे. दूसरी तरफ सीतामढ़ी एसपी क्राइम मीटिंग के दौरान सभी थानेदारों को सख्त हिदायत दिया था कि कि पुलिस पब्लिक संबंध को बेहतर तरीके से निभाया जाए, शिकायत लेकर पहुंचे फरियादियों से मित्रता पूर्ण व्यवहार करें, कही से भी कोई शिकायत मिलती है तो ठोस कारवाई की जाएगी. इधर सीतामढ़ी एसपी पुलिसकर्मी को अहिंसा की पाठ पढ़ा रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ छापेमारी करने गई पुलिस पर नाबालिक के साथ बेरहमी से पिटाई करने का आरोप लग रहा है. मामला रीगा थाना क्षेत्र के चोटाही गांव की है जहां गांव के ही जियालाल की पत्नी के द्वारा दुष्कर्म की प्राथमिकी दर्ज कराने के आलोक में पुलिस छापेमारी करने जाती है. जहां अभियुक्त की मौजूदगी न होने पर उसकी नाबालिक बहन को बेरहमी से पिटाई करने का आरोप लगा है. जख्मी हालत में इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहां स्थिति को गंभीर देखते हुए बेहतर इलाज के लिए एसकेएमसीएच रेफर कर दिया गया. जख्मी की पहचान लालबाबू राय की 15 वर्षीय पुत्री खुशबू कुमारी के रूप में की गई है. इलाज के दौरान जख्मी खुशबू ने बताया कि रविवार की देर शाम एक महिला पुलिसकर्मी समेत चार पुलिस कर्मी उसके भाई मनोज की तलाश करते हुए उसके घर पहुंचे. तलाशी के दौरान मनोज की उपस्थिति ना होने पर खुशबू को पुलिस वालों के द्वारा जमकर पिटाई की. खुशबू ने बताया कि एक पुलिसकर्मी द्वारा उससे भाई का पता बताने की पूछ रही थी जानकारी न होने की बात बोलने पर लाठी डंडे से जमकर पिटाई की जाने लगी. पुलिस की बर्बरता देखिए कि उसने जख्मी के मुंह में लाठी तक डाल दिया.
जख्मी की भाभी ने बताया कि एक महिला पुलिसकर्मी द्वारा पहले एक लाठी उन्हें भी मारा लेकिन उन्होंने अपना ऑपरेशन होने की बात कही, जिससे उसे छोड़ खुशबू को मनोज का पता न बताने पर जमकर पिटाई करने लगे.
इधर सीतामढ़ी एसपी मनोज कुमार तिवारी ने बताया कि मामला संज्ञान में आया है अभियुक्त को गिरफ्तारी को लेकर छापेमारी करने गई ,पुलिस पर आरोप लगाया गया है।.तत्काल रीगा थाना अध्यक्ष को जांच का आदेश दिया गया है. सही जांच रिपोर्ट न मिलने पर इसकी जांच एसडीपीओ के द्वारा कराकर विधिसम्मत कारवाई की जाएगी.
वही रीगा थानाध्यक्ष पर उचित व्यवहार न किए जाने के सवाल पर उन्होंने बताया की फिलहाल इस मामले की जांच उन्हे करने को दिया गया है. उचित व्यवहार न किए जाने की शिकायत मिलने पर उनपर भी कारवाई की जाएगी.