पटना- बिहार में लोकसभा चुनाव के छठे चरण में वैशाली, गोपालगंज, सिवान, महाराजगंज, वाल्मिकीनगर, शिवहर, पूर्वी चंपारण और पश्चिमी चंपारण क्षेत्र में अब से शुछ हीं देर में मतदान शुरु होगा.चुनाव को लेकर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. इस चरण में 60 हजार से अधिक सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है.
86 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला
एक करोड 49 लाख से ज्यादा मतदाता 86 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला ईवीएम का बटन दबा कर कुछ हीं देर में करना शुरु करेंगे. सभी निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान के प्रबंध पूरे कर लिये गये हैं. चुनाव आयोग की ओर से मतदान केंद्रों पर गर्मी को देखते हुए व्यापक व्यवस्था की गई है. पानी ,टेंट, ओआरएस से लेकर कई केंद्रों पर डॉक्टर्स की भी व्यवस्था की गई है.
सीमा कर दी गई सील
वाल्मिकीनगर, पूर्वी और पश्चिमी चंपारण क्षेत्रों में भारत-नेपाल से लगी सीमा मतदान समाप्त होने तक सील कर दी गई है. उत्तरप्रदेश से लगने वाली गोपालगंज और सिवान संसदीय क्षेत्र की अंतरराज्यीय सीमा भी सील कर दी गई है.
नेपाल और उत्तर प्रदेश की सीमा पर चौकसी बढ़ा दी गई है. पिछले चरण के चुनाव के दौरान सारण में हुई चुनावी हिंसा के बाद महाराजगंज में विशेष तैयारी की गई है. पुलिस सोशल मीडिया साइटों पर भी कड़ी नजर रख रही है. सुदूर क्षेत्रों में घुड़सवार दस्ता और नदियों में नाव से भी निगरानी की व्यवस्था की गई है
राधामोहन-लवली-सिग्रीवाल-आकाश-हेना के भविष्य का फैसला
पूर्वी चंपारण से भाजपा उम्मीदवार राधामोहन सिंह, शिवहर से जनता दल युनाइटेड उम्मीदवार लवली आनंद और सिवान से निर्दलीय उम्मीदवार हिना साहब इस चरण के प्रमुख उम्मीदवार हैं. फिलहाल इन आठ निर्वाचन क्षेत्रों में से चार पर भाजपा, तीन पर जनता दल युनाइटेड और एक पर लोकजनशक्ति पार्टी का कब्जा है.
1.49 करोड़ मतदाता 86 प्रत्याशियों के भाग्य का कुछ देर में करना शुरु करेंगे फैसला
छठे चरण में 1.49 करोड़ मतदाता 86 प्रत्याशियों के राजनीतिक भविष्य को कुछ हीं देर में तय करना शुरु करेंगे. बिहार निर्वाचन विभाग के मुताबिक, इस चरण में सबसे अधिक 15 प्रत्याशी वैशाली लोकसभा क्षेत्र में हैं. जबकि, सबसे कम महाराजगंज संसदीय क्षेत्र में 5 प्रत्याशी मैदान में हैं. वाल्मीकिनगर में 10, पश्चिमी चंपारण में आठ, पूर्वी चंपारण में 12, शिवहर में 12, गोपालगंज में 11 और सीवान में 13 प्रत्याशी भी चुनावी मैदान में ताल ठोंक रहे हैं.
सीवान लोकसभा सीट पर त्रिकोणीय लड़ाई
सिवान को देश के पहले राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद की जन्मभूमि के रूप में जाना जाता है. समय के साथ, इसकी पहचान बदल गई, पहले इंटनेशनल चोर नटरवल लाल और फिर शहाबुद्दीन के आतंक से यह सुर्खियों में रहा. यहां से जदयू ने विजय लक्ष्मी को उम्मीदवार बनाया है तो राजद ने पूर्व विधानसभा अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी को टिकट दिया है. तो वहीं राजद छोड़ चुकीं हीना शहाब भी निर्दलीय ताल ठोक रहीं है.हेना के चुनाव लड़ने से यहां त्रिकोणीय लड़ाई है.
महाराजगंज में सिग्रीवाल-आकाश आमने सामने
महाराजगंज में सिग्रीवाल के सामने ताल ठोक रहे आकाश महाराजगंज लोकसभा सीट पर भाजपा ने एक बार फिर वर्तमान सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल पर दाव खेला है. तो इंडी गठबंधन ने कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डॉ अखिलेश सिंह के पुत्र आकाश सिंह को उम्मीदवार बनाया है. सिग्रीवाल राजपूत बिरादरी से आते हैं तो आकाश भूमिहार वर्ग से आते हैं.
गोपालगंज में जदयू और वीआइपी में टक्कर
पूर्व सीएम अब्दुल गफूर, लालू यादव और राबड़ी देवी का गृह जिला गोपालगंज में इसबार जदयू और वीआइपी के उम्मीदवार आमने-सामने हैं.
वैशाली में वीणा देवी के सामने मुन्ना शुक्ला
वैशाली लोकसभा सीट पर वर्तमान सांसद और एलजेपी(आर) की उम्मीदवार वीणा देवी का मुकाबला राजद के मुन्ना शुक्ला के बीच है. शुक्ला भूमिहार बिरादरी से आते हैं तो वीणा राजपूत समाज से आती हैं.
शिवहर में चतुष्कोणीय मुकाबला
शिवहर लोकसभा सीट पर राजद ने रितु जायसवाल को टिकट दिया है, वहीं उनके सामने जदयू ने बाहुबली आनंद मोहन की पत्नी लवली आनंद पर दांव खेला है. एआईएमआईएम से राणा रंजीत सिंह पर दाव खेला है तो योगी अखिलेश्वर दास निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं. यहां मुकाबला चतुष्कोणीय है.
रोचक हुआ वाल्मीकि नगर लोकसभा सीट पर चुनाव
वाल्मीकि नगर लोकसभा की सीट पर इस चुनाव हर किसी की नजरहै.इस चरण के सभी सीटों पर एनडीए और महागठबंधन के बीच सीधा मुकाबला दिख रहा है.
पूर्वी चंपारण में लालू की 'चक्रव्यूह' को क्या भेद पाएंगे राधामोहन सिंह?
पूर्वी चंपारण से भाजपा के नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री राधामोहन सिंह अपनी सातवीं जीत दर्ज करने के लिए खूब पसीना बहा रहे हैं. उनका मुकाबला महागठबंधन की ओर से विकासशील इंसान पार्टी के राजेश कुशवाहा से है.
पश्चिमी चंपारण के सियासी समीकरण
पश्चिमी चंपारण सीट पर भी हैट्रिक लगा चुके भाजपा के प्रत्याशी संजय जायसवाल एक बार फिर चुनावी मैदान में हैं. यहां वे कांग्रेस के मदन मोहन तिवारी से आमने-सामने की लड़ाई लड़ रहे हैं.