AURANGABAD : औरंगाबाद में 1952 से चली आ रही परंपरा को तोड़कर सांसद बने अभय कुशवाहा ने मीडिया के सामने साफ कर दिया है कि अगर वह नार्थ कोयल नहर में पानी नहीं ला सके को संसद में आत्मदाह करने से भी गुरेज नहीं करेंगे।
सांसद बनने के बाद गया शहर के कुजापी गांव स्थित अपने आवास पहुंचे अभय कुशवाहा ने कहा कि औरंगाबाद संसदीय क्षेत्र की सबसे बड़ी समस्या सिंचाई की है. सांसद बनने केबाद उनकी पहली प्राथमिकता क्षेत्र की सिंचाई की समस्या दूर करना है।
चुनाव प्रचार के दौरान जनता से वादा किया था नॉर्थ कोयल नहर के लिए संसद में आत्मदाह भी करना पड़े तो वह करेंगे। इस पर वर्षों से राजनीति हुई है. जो लोग इस मुद्दे पर वोट मांगकर जीतते रहे, वे सिर्फ सत्ता सुख में ही लिप्त रहे। इस क्षेत्र के किसी सांसद ने आज तक कृषि और सिंचाई समस्या को दूर करने के लिए कोई पहल नहीं की। ऐसे में मैंने चुनाव के दौरान लोगों से इसको लेकर वादा किया था।
पीएम मोदी को नहीं लेनी चाहिए शपथ
वहीं अभय कुशवाहा ने एक सवाल के जबाब में कहा कि नैतिकता के आधार पर नरेंद्र मोदी को इस बार प्रधानमंत्री पद की शपथ नहीं लेनी चाहिए। जनता ने उन्हें नकार दिया है. 400 का नारा फेल साबित हुआ है. ये लोग 300 के आंकड़े को भी नहीं छू सके. आरजेडी सांसद ने कहा कि मोदी के कार्यकाल में सिर्फ चंद पूंजीपतियों को ही लाभ हुआ है। इस बार घटक दलों की पूंजी बढ़ेगी।