पटना. पुरुषों में प्रोस्टेट कैंसर उतना हीं सामान्य है जितना महिलाओं में स्तन कैंसर , लेकिन प्रोस्टेट कैंसर को उतना मीडिया कवरेज नहीं मिला जितना स्तन कैंसर को मिला है. मगध कैंसर सेंटर पटना के एमडी, डीएम डॉ रिदु कुमार शर्मा पुरुषों के प्रोस्टेट कैंसर को लेकर लोगों को जागरूक करने की जरूरत बताया है. उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया में हर साल 1.41 मिलियन प्रोस्टेट कैंसर के नए मरीजों का पता चलता है. इतना ही नहीं प्रत्येक वर्ष प्रोस्टेट कैंसर की वजह से 3.75 लाख मौत हो रही है.
डॉ रिदु ने बताया कि प्रोस्टेट कैंसर होने के प्रमुख कारणों में आनुवंशिक, उम्र बढ़ने से प्रोस्टेट कैंसर का खतरा बढ़ जाता है. इसके साथ ही ओबेसीटी (Obesity), मेटबोलिक सिंन्द्रोम (metabolic syndrome), धूम्रपान भी इसके प्रमुख कारण है. ऐसे में इसके रोकथाम के लिए नियमित व्यायाम करने से प्रोस्टेट कैंसर का खतरा कम होता है. साथ ही प्रोस्टेट कैंसर का ईलाज दवा के प्रयोग से भी किया जा सकता है.
उन्होंने बताया कि प्रोस्टेट कैंसर के लक्षणों में पेशाब करने में कठिनाई होना, पेशाब बार बार और तत्काल होना, पेशाब में खून आना, हड्डियों में दर्द (जब कैंसर हड्डीयों में फ़ैल जाता है) प्रमुख है. ऐसे में प्रोस्टेट कैंसर जाँच विधि में डिजिटल रेक्टल जाँच (DigitalRectalexamination) , खून में (PSA ) पी. एस. ए की जाँच से इसे पता लगाया जा सकता है. साथ ही प्रोस्टेट कैंसर का संदेह होने पर बायोपसी ( Biopsy) जाँच की जरूरत होती है .
प्रोस्टेट कैंसर के ईलाज को लेकर डॉ रिदु कुमार शर्मा ने कहा कि सक्रिय निगरानी , केमोथेरपी, हार्मोनलथेरेपी , राडीएशनथेरेपी (Radiation therapy), सर्जरी से इसे दूर किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि प्रोस्टेट कैंसर को यदि प्रारंभिक अवस्था में पता लगाया जा सके तो इसको पूरी तरह ठीक किया जा सकता है.