पटना- सीट शेयरिंग को लेकर इंडी महागठबंधन में सब ठीक है? राजनीतिक हलकों में इसको लेकर चर्चा है. लगातार दावा किया जा रहा है कि इंडी गठबंधन में सीट बंटवारा हो गया है. बिहार में लोकसभा की कुल 40 सीटें हैं. दावा किया जा रहा है कि सीटों की संख्या को लेकर इंडी गठबंधन के घटक दलों में सहमति बन गई है, लेकिन किस सीट से कौन चुनाव लड़ेगा, इस पर पेच फंसा हुआ है. बताया जा रहा है कि इसी को लेकर राजद, कांग्रेस और वाम दलों में तनातनी है. खासकर तीन सीटों पर तीनों दलों में तकरार है.
इंडी गठबंधन में तीन सीटों को लेकर तकरार
सीट शेयरिंग को लेकर मधुबनी, बेगूसराय और कटिहार को लेकर राजद, कांग्रेस और वाम दलों के बीच तकरार की स्थित बनी हुई है. सूत्रों के अनुसार बेगूसराय लोकसभा सीट को लेकर सीपीआई और कांग्रेस आमने सामने है. दोनों दल यहां से अपने प्रत्याशी खड़ा करना चाहते हैं. साल 2019 में जेएनयू के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार वाम दल के टिकट पर यहां से चुनाव लड़ा था. अब कन्हैया कुमार ने वाम दल का साथ छोड़ कर कांग्रेस का दामन पकड़ लिया है. कथित तौर पर राहुल गांधी खुद कन्हैया के बेगूसराय से लड़ने की बात कह चुके हैं. वहीं बेगूसराय सीपीआई की पारंपरिक सीट रही है. इस सीट का कई बार वामपंथियों ने प्रतिनिधित्व किया है. सीपीआई यहां से चुनाव लड़ने पर अड़ी हुई है.
बेगूसराय सीट पर वाम दलने ठोका दावा
वाम दल का कहना है कि बांका, बेगूसराय और मधुबनी की उन्होंने राजद ने मांग की है. सीपीआई ने मधुबनी लोकसभा सीट पर भी दावा किया है. वहीं राजद और वाम दल के बीच खगड़िया लोकसभा सीट को लेकर भी टकराव बना हुआ है.
सीवान और कटिहार सीट पर वामपंथियों की नजर
राजद ,सीपीआई-एमएल और कांग्रेस के बीच सीवान और कटिहार लोकसभा सीट को लेकर भी तनातनी है. कथित तौर पर सीट शेयरिंग को लेकर राजद ने भाकपा -एमएल को पहले ही तीन सीटें देने का वादा किया था.सीवान से वाम दल के अमरनाथ यादव मजबूत दावेदारी जता रहे हैं. वहीं कटिहार सीट कांग्रेस छोड़ने के मूड में नहीं दिख रही है.
बहरहाल इंडी गठबंधन में सीट शेयरिंग का मामला अंतिम चरण में है. वहीं लोकसभा की तीन सीटों को लेकर राजद-कांग्रेस और वाम दल आमने सामने हैं.