गया. जिले में कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन के वैश्विक दस्तक व डर के बीच बोधगया में तीन दिवसीय इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस ऑन 2566 इयर्स ऑफ बुद्धिज्म-इट्स रेलिवेन्स टुडे शुरू हो गया है. इसका उद्घाटन मुख्य अतिथि केंद्रीय पर्यटन राज्य मंत्री अजय भट और विशेष आमंत्रित अतिथि केंद्रीय महिला व कल्याण, समाज कल्याण और अनुसूचित जाति व जनजाती मंत्री राजेन्द्र पाल गौतम ने किया. केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय के सहयोग से एसोसिएशन ऑफ बुद्धिस्ट टूर ऑपरेटर (एबीटीओ) इसका आयोजन कर रही है.
यह एबीटीओ का चौथा इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस और इंटरनेशनल बुद्धिस्ट ट्रेवल मार्ट है, जिसका आज से शुरुआत हुआ है. यह कार्यक्रम तीन दिनों तक चलेगा. एबीटीओ के संस्थापक महासचिव डॉ. कॉलेश कुमार ने बताया कि कोरोना के कारण अनलॉक प्रोटोकॉल के तहत जारी गाइडलाइन का अनुपालन करते हुए अतिथियों को आमंत्रित किया गया है. साथ ही कई अतिथि वर्चुअल भी इससे जुड़ेंगे. तीन दिनों तक चलने वाले इस कार्यक्रम में 2566 इयर्स ऑफ बुद्धिज्म-इट्स रेलिवेन्स टुडे, रिवाईटलाइजिंग द हिस्टोरिकल एन्ड कल्चरल सिंगनिफिकेन्स ऑफ बुद्धिस्ट हेरिटेज साइट, प्रमोशन ऑफ टूरिज्म इन एशिया और डोमेस्टिक टूरिज्म जैसे विषयों पर विशेष चर्चा होगी. इसका मूल मकसद टूरिज्म को बढ़ाना है.
कोविड-19 के तहत सबसे अधिक प्रभावित होने में टूरिज्म व हॉस्पिटैलिटी सेक्टर है. इससे उबरने के तरीकों पर भी चर्चा की गई है. इस कॉन्फ्रेंस में 03बी अर्थात बुद्ध, बोधगया व इंडोनेशिया के बोरोबुदुर पर चर्चा हुई. इस समारोह में ट्रेवल एजेंट्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया की ज्योति मायाल, नेपाल के कैप्टन सुनील शाक्या, नेपाल टूरिज्म बोर्ड के सीईओ डॉ. धनंजय रेगामी व महाबोधी सोसायटी ऑफ इंडिया के महासचिव पी शिवली थेर, पर्यटन मंत्रालय के पूर्व डायरेक्टर विनोद जुत्शी, ओड़िसा इंस्टीट्यूट ऑफ मेरीटाइम एन्ड साउथ ईस्ट एशियन स्टडीज के रिसर्च डायरेक्टर सुनील कुमार पटनायक, इंडोनेशिया के डॉ. हन सेन सहित सौ से अधिक स्कॉलर ने हिस्सा लिया. यूएन पीस कीपर्स फेडरल कॉउंसिल के डिप्टी डायरेक्टर डॉ. ली केट यांग भी वर्चुअल कॉन्फ्रेंस से जुड़ें व चर्चा में हिस्सा लिया.