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अपनाे फेंका, गैरों ने अपनाया : जन्म देने वाली मां ने ही 3 दिन की मासूम को फेंका, ऑफिस जा रही ने एक महिला एजेंट ने ऐसे बचाई जान...

अपनाे फेंका, गैरों ने अपनाया : जन्म देने वाली मां ने ही 3 दिन की मासूम को फेंका, ऑफिस जा रही ने एक महिला एजेंट ने ऐसे बचाई जान...

डेस्क... देश की राजधानी नई दिल्ली में इंसानियत को शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है, जिसमें एक मां ने अपनी ही 3 दिन की बच्ची को नाले में फेंक दिया। 12 घंटे तक ठंड में तड़पने के बाद बच्ची की हालत काफी खराब हो गई थी और वह लगभग जम गई थी। इंश्योरेंस एजेंट अनु ने बताया है कि पिछले सोमवार यानि 14 दिसंबर को जब वह ऑफिस जा रही थीं, तब उन्हें यह बच्ची मिली और उसे उन्होंने अस्पताल पहुंचाया। एक सप्ताह के इलाज के बाद अब बच्ची खतरे से बाहर बताई जा रही है और जल्द ही चाइल्ड वेलफेयर कमेटी बच्ची को अपनी कस्टडी में ले लेगी। 

23 साल की इंश्योरेंस एजेंट अनु ने बताया कि कि वह स्कूटर से ऑफिस जा रही थीं, तब बच्ची का पता चला। बच्ची करीब 12 घंटे से ठंड में तड़प रही थी और लगभग पूरी तरह से जम चुकी थी। इसके बाद उन्होंने बच्ची को अस्पताल पहुंचाया। अनु ने बताया कि सुबह करीब 9.50 बजे ऑफिस जा रही थी और जब नाले के पास से गुजर रही थी, तब वहां सफाई करने वालों ने बच्ची के बारे में बताया। जब मैं वहां पहुंची तो देखा कि बच्ची जिंदा है। इसके बाद उसे वहां से निकाला।

अनु ने बताया कि बच्ची जिंदा थी, लेकिन उसे तुरंत अस्पताल पहुंचाने की जरूरत थी। जल्द अस्पताल पहुंचने के लिए मैंने रॉन्ग साइड में गाली चलाई, ताकि यात्रा की दूरी कम कर पाऊं। उन्होंने बताया कि अस्पताल करीब 15 मिनट की दूरी पर था, लेकिन उल्टे साइड में गाड़ी चलाकर मैं सिर्फ 7 मिनट में अस्पताल पहुंच गई। 

अनु ने बताया कि अस्पताल पहुंचने के बाद मैंने डॉक्टर को बताया कि यह बच्ची नाले में मिली है, इसके बाद डॉक्टरों ने तुरंत उसका इलाज शुरू कर दिया। इसमें अनु के परिवार ने भी उनका साथ दिया। इलाज के दौरान अनु का परिवार बच्ची के काफी करीब आ गया और अब उनकी बहन बच्ची को गोद लेना चाहती हैं। 

रिपोर्ट के अनुसार, जल्दी ही चाइल्ड वेलफेयर कमेटी बच्ची को अपनी कस्टडी में लेगी। अनु ने कहा कि हमने बच्ची की सुरक्षा के लिए प्रार्थना की थी और एक सप्ताह तक बच्ची के खतरे से बाहर होने का इंतजार किया। 

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