पटना- 17 July 2024: -शुभ कार्यों में पंचांग का महत्व बहुत अधिक है. हिन्दू धर्म में शुभ कार्य मुहूर्त से किये जाते हैं. शुभ मुहूर्त पंचांग द्वारा ही निकाला जाता है. पंचांग पांच अंगों से मिलकर बना है . समय,तिथि, शुभ मुहूर्त , ग्रह और राशि और खगोलीय पिंड के अनुसार पंचांग को बनाया जाता है. पांच अंगों के आधार पर बताया जाता है कि कौन से दिन में शुभ मुहूर्त कौन से दिन में अशुभ.
पंचांग- 17 जुलाई 2024
विक्रम संवत - 2081 पिङ्गल
शक सम्वत - 1946 क्रोधी
आषाढ़ - पूर्णिमान्त
आषाढ़ - अमान्त
सूर्योदय - सुबह 05 बजकर 51 मिनट पर
सूर्यास्त - शाम 07 बजकर 15 मिनट पर
17 जुलाई, 2024 - शुक्ल पक्ष, एकादशी (विक्रमी संवत्)
नक्षत्र-अनुराधा
पक्ष-शुक्ल पक्ष
वार-बुधवार
आषाढ़ माह शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि- 17 जुलाई को रात 9 बजकर 3 मिनट तक
चन्द्रोदय- दोपहर 03 बजकर 38 मिनट पर
चंद्रास्त- देर रात 02 बजकर 26 मिनट पर
ब्रह्म मुहूर्त - सुबह 04 बजकर 26 मिनट से 05 बजकर 09 मिनट तक
विजय मुहूर्त - दोपहर 02 बजकर 47 मिनट से 03 बजकर 41 मिनट तक
गोधूलि मुहूर्त - शाम 07 बजकर 14 मिनट से 07 बजकर 35 मिनट तक
निशिता मुहूर्त - रात्रि 12 बजकर 12 मिनट से 12 बजकर 54 मिनट तक
अशुभ समय
राहु काल - दोपहर 12 बजकर 33 मिनट से दोपहर 02 बजकर 14 मिनट तक
गुलिक काल - सुबह 10 बजकर 53 मिनट से 12 बजकर 33 मिनट तक
दिशा शूल - उत्तर