सीतामढ़ी से जेडीयू सांसद सुनील कुमार पिंटू ने जातिगत जनगणना पर सवाल खड़े कर अपना रुख स्पष्ट कर दिया है। जनगणना की रिपोर्ट सार्वजनिक होने के बाद उन्होंने सवाल उठाया था और कहा था कि उनकी जाति की संख्या को कम कर दिखाया गया है। इसके बाद जदयू की तरफ से कड़ी प्रतिक्रिया आई थी। यह कहा जा रहा है कि सीतामढ़ी के जदयू सांसद भाजपा के संपर्क में हैं । आगामी लोकसभा चुनाव से पहले वे बीजेपी ज्वाइन कर सकते हैं और भाजपा उन्हें शिवहर या सीतामढ़ी से उम्मीदवार बना सकती है। क्या जदयू के कई अन्य सांसद भी पिंटू की राह पर चल पड़े हैं? सीमांचल से आने वाले दो सांसदों को लेकर भी राजनीतिक चर्चा जारी है। चर्चा यह है कि वह भी अंदर ही अंदर भाजपा नेतृत्व के संपर्क में हैं। अगर सीमांचल की उक्त दोनों सीटों में एक सीट राजद और दूसरा कांग्रेस के खाते में गई, वैसी स्थिति में जदयू के दोनों सांसद पाला बदल सकते हैं।
कटिहार लोकसभा सीट से जदयू के सांसद दुलालचंद गोस्वामी हैं। 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा के सहयोग से चुनाव जीते। इस बार इस सीट पर कांग्रेस पार्टी की भी नजर है। तारिक अनवर कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं और यहां से प्रबल दावेदार हैं। ऐसी स्थिति में जेडीयू सांसद अपने आप को सुरक्षित नहीं पा रहे। अगर यह सीट सहयोगी दल के खाते में गई तो गोस्वामी बेटिकट हो सकते हैं। दुलालचंद गोस्वामी पहले भाजपा से जुड़े थे । बाद में 2010 में निर्दलीय तौर पर चुनाव जीतकर विधायक बने और 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा के सहयोग से जदयू के टिकट पर चुनाव जीत कर सांसद बने। ऐसे में क्या वे अपने आप को जदयू में सुरक्षित पाते हैं ? इस इश्यू पर उनसे सवाल पूछा गया। पूर्णिया में पैनोरमा ग्रुप की तरफ से आयोजित सीमांचल मीट में उनसे पूछा गया कि क्या आप BJP के संपर्क में है? 2024 लोकसभा चुनाव में टिकट के लिए भाजपा में जाएंगे ? इस पर उन्होंने अपनी स्थिति स्पष्ट की । उन्होंने कहा कि उनका दिल सिर्फ नीतीश कुमार के लिए धड़कता है, न की भाजपा के लिए । वह नीतीश कुमार पर विश्वास करते हैं। और हमारे नेता भी हम पर पूर्ण भरोसा करते हैं । ऐसे में BJP के संपर्क में होने का सवाल हीं नहीं है।