दिल्ली- वाराणसी संसदीय सीट से नरेंद्र मोदी को प्रियंका गांधी चुनौती दें सकती हैं. पीएम मोदी के खिलाफ प्रियंका के ताल ठोकने की खबर है. उत्तर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अजय राय का कहना है कि प्रदेश इकाई पार्टी नेता प्रियंका गांधी वाड्रा को वाराणसी से चुनाव लड़ाने की इच्छुक है. इसके लिए जल्द ही पार्टी के शीर्ष नेतृत्व को प्रस्ताव भेजा जाएगा. राय ने कहा कि उत्तर प्रदेश में भी विपक्ष को कांग्रेस के नेतृत्व में ही अगला लोकसभा चुनाव लड़ना चाहिए, क्योंकि राष्ट्रीय स्तर के चुनाव में लोग भाजपा का विकल्प खोजेंगे, जो निश्चित रूप से कांग्रेस ही है.
बता दें प्रियंका वाड्रा की भूमिका को राजनीति में विरोधाभास के तौर पर देखा जाता है, हालाँकि उत्तर प्रदेश में कांग्रेस पार्टी के लिए लगातार चुनाव प्रचार के दौरान इन्होंने राजनीति में कम रूचि लेने की बात कही.1999 के चुनाव अभियान के दौरान, प्रियंका ने कहा था कि मेरे दिमाग में यह बात बिलकुल स्पष्ट है कि राजनीति शक्तिशाली नहीं है, बल्कि जनता अधिक महत्वपूर्ण है और मैं उनकी सेवा राजनीति से बाहर रहकर भी कर सकती हूँ. उनके औपचारिक राजनीति में जाने का प्रश्न परेशानीयुक्त लगता है: "मैं यह बात हजारों बार दोहरा चुकी हूँ, कि मैं राजनीति में जाने की इच्छुक नहीं हूँ.हालांकि, उन्होंने अपनी माँ और भाई के निर्वाचन क्षेत्रों रायबरेली और अमेठी में नियमित रूप से दौरा किया और जहां उन्होंने लोगों से सीधा संवाद ही स्थापित किया. वे निर्वाचन क्षेत्र में एक लोकप्रिय व्यक्तित्व है, अपनी चारो तरफ अपार जनता को आकर्षित करने में सफल भी होती हैं.इनकी गणना अच्छे, सुलझी और सफल आयोजको में की जाती है और उन्हें अपनी माँ की "मुख्य राजनीतिक सलाहकार" माना जाता है.2004 के भारतीय आम चुनाव में, वह अपनी माँ सोनिया गांधी की चुनाव अभियान प्रबंधक थी और अपने भाई राहुल गाँधी के चुनाव प्रबंधन में मदद की.
हाल हीं में प्रियंका गांधी के पति रॉबर्ट वाड्रा ने प्रियंका के राजनीति में जाने की बात कही थी,उसके बाद उनके अमेठी,रायबरेली से चुनाव लड़ने के कयास लगाए जा रहे थे. अब पीएम मोदी के खिलाफ प्रियंका वाड्रा को उतारने की चर्चा है.
हाल ही में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष का पद संभालने वाले राय ने रविवार को कहा, "हम चाहते हैं कि प्रियंका जी बनारस से लोकसभा चुनाव लड़ें। इसके लिए हम पार्टी के शीर्ष नेतृत्व को जल्द ही एक प्रस्ताव भेजेंगे." उन्होंने कहा, "वैसे प्रियंका गांधी जिस सीट से चुनाव लड़ना चाहें, लड़ सकती हैं. हम पूरी ताकत लगाकर उन्हें चुनाव जिताएंगे, लेकिन हमारी ख्वाहिश है कि वह वाराणसी से मैदान में उतरें." वाराणसी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का संसदीय क्षेत्र है. वह वर्ष 2019 में लगातार दूसरी बार वाराणसी से लोकसभा सांसद निर्वाचित हुए थे। उनके 2024 में भी वाराणसी से ही चुनाव लड़ने की प्रबल संभावना है.
राय ने कहा, "बस यही संदेश देने की कोशिश है कि मोदी सामने कोई मजबूती से खड़ा हुआ है. वाराणसी लोकसभा क्षेत्र पिछले तीन दशक से भी ज्यादा समय से भाजपा का गढ़ बना हुआ है. वर्ष 2004 में यह सीट एक बार कांग्रेस के पास गई थी. वर्ष 1991, 1996, 1998 और 1999 के लोकसभा चुनावों तथा मध्यावधि चुनावों में वाराणसी सीट पर भाजपा को जीत हासिल हुई थी. इसके बाद वर्ष 2004 में कांग्रेस के राजेश कुमार मिश्रा इस सीट से सांसद निर्वाचित हुए, लेकिन वर्ष 2009 में मुरली मनोहर जोशी ने कांग्रेस से यह सीट छीन ली. उसके बाद वर्ष 2014 और 2019 में नरेन्द्र मोदी वाराणसी से लोकसभा सांसद चुने गए.