PATNA: राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने कोरोना संकट से उत्पन्न सामाजिक और आर्थिक समस्या पर पार्टी की राय फेसबुक लाइव के माध्यम से देश के सामने रखी।आरएलएसपी सुप्रीमो ने बिहार सरकार के सामने 7 मांगें रखी है और कहा है कि सरकार ततत्काल हमारी मांगों पर ध्यान दे।अगर ऐसा नहीं करती है तो फिर आंदोलन का रास्ता अख्तियार करेंगे। उपेन्द्र कुशवाहा और उकी पार्टी के नेता आगामी 25 अप्रैल को उपवास पर बैठेंगे।
उपेंद्र कुशवाहा ने बिहार में बड़े पैमाने पर कोरोना जांच करने की आवश्यकता पर बल दिया।उन्होंने कोटा समेत अन्य जगहों पर फंसे बिहार से बाहर पढ़ने गए छात्रों की दयनीय स्थिति पर गुस्सा प्रकट किया।
उन्होंने इस बात पर भी गंभीर आक्रोश व्यक्त किया कि लॉकडाउन की आड़ में पुलिस अपनी बर्बरता की अपनी सीमा पार कर चुकी है। हाल के दिनों में निश्चित रूप से पुलिस ने राज्य में अपनी जान को जोखिम में डालकर सराहनीय काम किया है, लेकिन राज्य के कई स्थानों पर निरीह और निर्दोष लोगों पर ऐसी बर्बर कार्रवाई की है जिसकी सभ्य समाज में कल्पना भी नहीं की जा सकती है। नावकोठी (बेगूसराय) एवं गोह (औरंगाबाद) में पुलिस के द्वारा की गयी कार्रवाई अत्यंत की शर्मनाक और निंदनीय है। पुलिस की वर्दी में किसी की हत्या करने की छूट किसी भी रूप में घोर अन्यायपूर्ण है।
कुशवाहा ने किसानों, कामगारों, छोटे दुकानदारों और स्वरोजगार से जीवन-यापन करने वाले लोगों को अविलम्ब सहायता प्रदान करने पर जोर दिया। उन्होंने इस भीषण परिस्थिति में वेतन के अभाव में भूखे मर रहे शिक्षकों की अनदेखी और आशा-आंगनबाड़ी कर्मियों को कई महीने से वेतन नहीं मिलने की स्थिति की वजह से पैदा हुई त्रासद स्थिति पर अविलंब कदम उठाने की बात कही। उन्होंने सरकार के समक्ष कई मांगें रखी और कहा है कि अगर सरकार इन मांगों पर ध्यान नहीं देगी तो फिर आंदोलन का हीं रास्ता है।
मुख्य मांगें...
सभी जरूरतमंदों को फिलहाल बिना राशनकार्ड (आधार कार्ड या मतदान पहचान पत्र के आधार पर) देखे राशन उपलब्ध करवाने के लिए। नावकोठी (बेगूसराय) गोह (औरंगाबाद) राज्य के अन्य कई हिस्सों में पुलिस द्वारा की गई बर्बरतापूर्ण कार्रवाई के खिलाफ।
राज्य के बाहर फंसे बिहारी मजदूरों, विद्यार्थियों एवं अन्य लोगों की बिहार वापसी के लिए। असमय वर्षा, आंधी,-तूफान, ओलावृष्टि और लॉकडाउन के कारण फसल कटाई में विलम्ब के चलते किसानों की हुई क्षति की भरपाई के लिए।
बिहार के सभी किसानों के कृषि उत्पाद धान, गेहूं, दलहन, और तिलहन की सरकारी खरीद समर्थन मूल्य पर नगद खरीदने की व्यवस्था के लिए। बिहार में मजदूरों-कामगारों को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए। बिहार में आंदोलनरत शिक्षकों की समस्याओं का समाधान करने और अविलंब वेतन भुगतान सुनिश्चित करने के लिए।
उपवास करेंगे कुशवाहा
उपेन्द्र कुशवाहा ने बताया कि 25 अप्रैल को पार्टी के प्राथमिक इकाई से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक के सभी पदाधिकारी एवं अन्य साथी उपवास पर रहेंगे। सभी पदाधिकारी एवं अन्य नेता अपने-अपने घरों के बाहर दरवाजे पर सोशल डिस्टेनसिंग का ख्याल रखते हुए मास्क लगाकर बैठेंगे। यह कार्यक्रम सुबह 9.30 बजे से 11.30 बजे तक किया जाएगा। राज्य भर के ऐसे सभी उपवास स्थलों का वीडियो रिकॉर्डिंग और फोटोग्राफी कराई जाएगी।
यह जानकारी आरएलएसपी के मुख्य प्रवक्ता अभिषेक झा ने दी है।