औरंगाबाद देव सूर्य महोत्सव में जनप्रतिनिधियों को शामिल होने से रोकने पर हंगामा, महोत्सव का किया बहिष्कार, पुलिस प्रशासन पर लगाए गंभीर आरोप

औरंगाबाद में चल रहे तीन दिवसीय देव सूर्य महोत्सव के के दूसरे दिन जनप्रतिनिधियों में जिला प्रशासन की कार्यशैली को लेकर आक्रोश दिखा. भड़के जनप्रतिनिधियों ने जिला प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी किया , इसकेे कारण कार्यक्रम को बंद करना पड़ा . मामले ने तब तूल पकड़ लिया जब देव नगर अध्यक्ष और उपाध्यक्ष को कार्यक्रम में भाग लेने से पुलिस प्रसासन के द्वारा रोक दिया गया. पुलिस के इस रवैये से नाराज देव नगर पंचायत के चेयरमैन और उप चेयरमैन ने अपने पार्षदों के साथ महोत्सव को बहिष्कार कर दिया. वे लोग महोत्सव स्थल से बाहर चले गए.
इसकी जानकारी जैसे हीं देव नगर पंचायत के चेयरमैन और उप चेयरमैन और पार्षदों के समर्थकों को लगी उन्होंने जिला प्रशासन के विरुद्ध जमकर नारेबाजी शुरु कर दी. नगर पंचायत के चेयरमैन पिन्टू कुमार ने कहा कि इस महोत्सव को बेकार में सूर्य महोत्सव का नाम दिया गया है , इसका नाम जिला प्रशासन महोत्सव रक जेना चाहिए. क्योंकि यहां जिला प्रशासन के द्वारा जनप्रतिनिधियों के साथ हमेशा अनदेखा किया जाता है.
महोत्सव में VVIP और VIP की दीर्घा बनाई जाती है.उस दीर्घा में केवल प्रशासनिक पदाधिकारियों की ही एंट्री होती है. जबकि खुद नगर उपाध्यक्ष को VVIP दीर्घा में जाने से रोका जाता है. यह कोई पहली घटना नही है .पूरे महोत्सव में नगर पंचायत वार्ड पार्षदों को भी अनदेखी की जाती है.
जनप्रतिनिधियों को अवेहलना का शिकार होना पड़ता है.जिला प्रशासन महोत्सव के नाम पर जनता को छलने का काम कर रही है. महोत्सव के नाम पर अधिकारियो के द्वारा सरकारी पैसा की बंदरबाट की जाती है. उन्होंने यह भी कहा है कि हम सब इस महोत्सव का बहिष्कार करते हैं और अगर प्रशासन की यहीं रवैया रहा तो उसके खिलाफ बड़ा आंदोलन किया जाएगा.
औरंगाबाद बिहार से दिनानाथ मौआर की रिपोर्ट