BIHTA : नेताजी सुभाष मेडिकल कॉलेज एन्ड हॉस्पिटल (एनएसएमसीएच) के डॉक्टर आरा के सूरज कुमार (20वर्ष) के लिए भगवान साबित हुए। यहां के डॉक्टर ने उसकी जान बचा ली। दरअसल सोमवार को सूरज को एक ट्रक ने धक्का मार दिया। इसमें उसे कई अंदरूनी फ्रैक्चर हो गया। शरीर के कई अंदुरुनी ऑर्गन बुरी तरह डैमेज हो गए। सूरज का तत्काल आरा में ही प्राथमिक उपचार किया गया।
लेकिन वहां के डॉक्टरों ने बेहतर इलाज के लिए पटना रेफर कर दिया। परिजनों ने सूरज को एनएसएमसीएच में भर्ती कराया। यहां डॉ. मनीष कुमार ने जब सूरज का सिटी स्कैन कराया तो पाया गया कि लीवर, दाईं किडनी, स्प्लीन, पेल्विक बोन और यूरिनरी ब्लडर पूरी तरह चोटिल हो गया है। अस्पताल के डॉक्टरों ने सूरज का ऑपरेशन करने का फैसला लिया। लंबे समय चले ऑपरेशन के बाद सूरज की स्थिति अब स्थिर है। वह खतरे से बाहर है। मरीज के परिजनों ने डॉक्टरों को आभार प्रकट किया।
डॉ. मनीष कुमार, डॉ. राजीव कुमार और एनेस्थीसिया के डॉक्टर डॉ. रंजीत ने उम्मीद जताई कि मरीज को जल्द अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया जाएगा। अस्पताल के प्रबंध निदेशक कृष्ण मुरारी ने सूरज की जान बचाने पर डॉक्टरों की प्रशंसा की। गौरतलब है कि एनएसएमसीएच में चिकित्सा की तमाम आधुनिक सुविधाएं उपलब्द्ध है। यहां 24 घंटे आपातकालीन सेवाएं मौजूद है। यहां भर्ती हुए मरीज दवा या जांच के लिए कहीं नहीं जाना पड़ता है। सभी सुविधाएं एक छत के नीचे दी जा रही है। यहीं वजह है की एनएसएमसीएच पर इलाके के लोगों का विश्वास बन गया है। अब दूर दराज के इलाकों से यहाँ मिल रही सुविधाओं के मद्देनजर लोग इलाज कराने आते हैं।