विक्रम मिसरी होंगे देश के नए डिप्टी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार, जानिए किन कारणों से मिली यह बड़ी जिम्मेदारी

NEW DELHI : देश की सुरक्षा को और मजबूत बनाने के लिए नए डिप्टी एनएसए का चयन कर लिया गया है। 1989 बैच के भारतीय विदेश सेवा (IFS) के अधिकारी विक्रम मिसरी (Vikram Misri) को नरेंद्र मोदी की सरकार ने उप-राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (डिप्टी एनएसए) नियुक्त किया है। 13 दिसंबर को पंकज सरण का कार्यकाल खत्म होने के बाद मिसरी उनकी जगह लेंगे। फिलहाल दो और डिप्टी एनएसए राजेंद्र खन्ना और दत्ता पंडसालगिकर हैं।

भारत और चीन के बीच चल रहे सीमा विवाद के बीच चीन मामलों के विशेषज्ञ और चीन में भारत के राजदूत रह चुके विक्रम मिसरी (Vikram Misri) ने हाल में ही वहां अपने तीन साल का कार्यकाल पूरा किया था। इसी माह की शुरुआत में विक्रम मिसरी ने चीन के विदेश मंत्री वांग यी से ऑनलाइन मुलाकात की थी. अपनी विदाई मुलाकात में मिसरी ने चीन के विदेश मंत्री से कई बातें कहीं थीं. विक्रम मिसरी ने कहा था कि कुछ चुनौतियों की वजह से हमारे द्विपक्षीय संबंधों पर नकारात्मक असर पड़ा है।


चीन के साथ बेहतर संबंध बनाने की होगी जिम्मेदारी

विक्रम मिसरी ने चीन में तीन साल का लंबा गुजारा है। वहां उनके अच्छे राजनैतिक संबंध भी रहे हैं। माना जा रहा है कि उनके इसी अनुभव के कारण नए डिप्टी एनएसए की जिम्मेदारी सौंपी गई है। खुद मिसरी ने उम्मीद जतायी थी कि दोनों देश वर्तमान समस्याओं का समाधान ढूंढ़ने और आपसी संबंधों को सकारात्मक दिशा में ले जाने में सक्षम होंगे। उन्होंने वांग यी से बातचीत में पूर्वी लद्दाख के गतिरोध का हवाला दिया. कहा कि हमारे संबंधों में अवसर और चुनौतियां दोनों थे, लेकिन कुछ चुनौतियां हमारे रिश्ते में प्रमुख अवसरों पर हावी रहीं।

प्रदीप रावत होंगे नए राजदूत

अब चूंकि विक्रम मिसरी का चीन में कार्यकाल पूरा हो चुका है। ऐसे में उनकी जगह प्रदीप कुमार रावत को चीन में नया राजदूत नियुक्त किया गया है. प्रदीप कुमार भारतीय विदेश सेवा (आईएफएस) के 1990 बैच के अधिकारी हैं. नीदरलैंड में भारत के राजदूत रह चुके हैं. प्रदीप कुमार रावत धाराप्रवाह चीनी भाषा बोलते हैं। उन्होंने 2014 से 2017 तक दिल्ली में विदेश मंत्रालय के मुख्यालय के पूर्व एशिया संभाग में संयुक्त सचिव के रूप में अपनी सेवा दे चुके हैं।