PATNA : सरकार लाख दावे कर ले। लेकिन घूसखोरी और नजराना वसूली का खेल अभी बंद नहीं होने वाला है। आलम यह है कि गरीब और पिछड़े लोगों से भी भ्रष्ट कर्मचारी नजराना वसूली करने से बाज नहीं आ रहे हैं। ताजा मामला मसौढ़ी के भैंसवां पंचायत का है, जहां आवास सहायक के द्वारा आवास योजना की राशि गरीबों को आवंटित करने के एवज में ₹15000 की मांग की जाती है। जो व्यक्ति इस राशि का भुगतान कर देता है। उसके खाते में आवास योजना का लाभ तुरंत पहुंच जाता है। लेकिन जो व्यक्ति इस राशि का भुगतान नहीं करता है। उसे अपने राशि का इंतजार ही करते रहना पड़ता है। अंततः उसका नाम प्रधानमन्त्री आवास योजना से ही काट दिया जाता है।
त्रस्त होकर आज भैंसवां पंचायत के सैकड़ों ग्रामीण मसौढ़ी प्रखंड कार्यालय पहुंचे और आवास सहायक के विरुद्ध और आला अधिकारियों के विरुद्ध जमकर हंगामा किया। अधिकारियों के खिलाफ नारेबाजी करते हुए ग्रामीणों ने कहा कि भ्रष्टाचार और घूसखोरी में लिप्त सरकार को गरीबों की कोई सुध नहीं है। गरीब के ऊपर किस तरह से अत्याचार हो रहा हैं। यह देखने वाला कोई नहीं है।
उन्होंने कहा की सरकार के आला अधिकारी अपनी मनमानी कर रहे हैं। सरकार के द्वारा गरीबों की मदद के लिए राशि आवंटित तो की जाती है। लेकिन बिचौलिए और अधिकारी मिलकर गरीबों के इस अधिकार का भी हनन कर ले रहे हैं। प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों ने सरकार से अपील की है कि जल्द से जल्द उनके आवास योजना का पैसा उनके खाते में पहुंच जाए और दोषी कर्मचारियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई हो।
पटना से सुजीत की रिपोर्ट