IIP का बड़ा फैसला: आईपी गुप्ता ने भंग कीं सभी कमेटियां, कहा - 'महागठबंधन में आरोप-प्रत्यारोप राजनीतिक नैतिकता के खिलाफ'

IiP ने अपनी भविष्य की राजनीतिक दिशा और संगठनात्मक मजबूती को लेकर बड़ा कदम उठाया है। पटना में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह विधायक इंजीनियर इंद्रजीत प्रसाद गुप्ता (आईपी गुप्ता) ने संगठन के पुनर्गठन और आगामी रणनीतियों का खुलासा किया।

IIP का बड़ा फैसला: आईपी गुप्ता ने भंग कीं सभी कमेटियां, कहा -

Bhagalpur : इंडियन इन्क्लूसिव पार्टी (IIP) के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह विधायक आईपी गुप्ता ने पार्टी को जमीनी स्तर पर मजबूत बनाने के लिए बिहार, उत्तर प्रदेश सहित देशभर की सभी कमेटियों को भंग कर पुनर्गठन की घोषणा की है। प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने सूखे नशे के बढ़ते खतरे और महागठबंधन की समीक्षा जैसे गंभीर मुद्दों पर भी अपनी राय रखी।

संगठनात्मक पुनर्गठन और नई नियुक्तियां

चुनाव के बाद पार्टी को अधिक प्रभावी बनाने के उद्देश्य से अखिल भारतीय पान महासंघ, IIP और IGF की ग्राम स्तर तक की सभी कमेटियां भंग कर दी गई हैं. उत्तर प्रदेश और बिहार के लिए नौ सदस्यीय पुनर्गठन समितियों का गठन किया गया है. बिहार में राजेश कुमार प्रसाद को पुनः प्रदेश अध्यक्ष और प्रोफेसर के राज को राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष बनाए रखा गया है. इस समिति में मुकेश मंडल, खुशबू राय और फाहिमा खातून जैसे प्रतिनिधियों को शामिल किया गया है.

राष्ट्रीय विस्तार और आगामी चुनाव

आईपी गुप्ता ने पार्टी विस्तार का रोडमैप साझा करते हुए बताया कि पहले चरण में बिहार, यूपी, झारखंड, असम और महाराष्ट्र पर ध्यान दिया जाएगा. दूसरे और तीसरे चरण में गुजरात, राजस्थान और अन्य राज्यों तक पार्टी पहुंचेगी. उन्होंने बड़ी घोषणा करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में वर्ष 2026 के नगर निकाय चुनाव में IIP पूरी ताकत के साथ हिस्सा लेगी.

सामाजिक एकता और तीन दिवसीय बैठक

देशभर के तांती, ततवा, पान, कोली और कोरी जैसे विभिन्न समाजों को एक मंच पर लाने के लिए एक राष्ट्रीय पहल की जा रही है. इसके तहत जल्द ही दिल्ली, बिहार या महाराष्ट्र में तीन दिवसीय राष्ट्रीय बैठक आयोजित होगी, जिसमें सामाजिक-राजनीतिक चुनौतियों पर चर्चा की जाएगी.

जनहित और विधानसभा के मुद्दे

विधायक आईपी गुप्ता ने युवाओं के भविष्य को लेकर गहरी चिंता व्यक्त की. उन्होंने कहा कि शराबबंदी के बावजूद 'सूखा नशा' हर घर तक पहुंच गया है और युवाओं को बर्बाद कर रहा है. इस मुद्दे को वे विधानसभा की समिति में पुरजोर तरीके से उठाएंगे. इसके अलावा बच्चों की नौकरियां और सहरसा में बिजली तार चोरी जैसी घटनाओं पर भी चर्चा की जाएगी.

महागठबंधन पर बेबाक राय

चुनाव परिणामों के बाद महागठबंधन में जारी खींचतान पर उन्होंने कहा कि हार की स्थिति में एक-दूसरे पर दोषारोपण करना राजनीतिक नैतिकता के खिलाफ है. उन्होंने सामूहिक जिम्मेदारी लेने की बात कही और सुझाव दिया कि गठबंधन को 'इंटैक्ट' (Intact) रखते हुए सभी दलों को अपनी कमियों की आंतरिक समीक्षा करनी चाहिए.