राम मंदिर उद्घाटन में निमंत्रण नहीं मिलने पर गोपालगंज के विनय ने जताई नाराजगी, कहा कार सेवकों की उपेक्षा कर रहा ट्रस्ट

GOPALGANJ : अयोध्या में 22 जनवरी को होने वाले राम लला के भव्य प्राण प्रतिष्ठा को लेकर जहां पूरे देश के रामभक्तो में उत्साह है। वही इसको यादगार बनाने के लिए न्यास समिति दिन रात एक किए हुए है। लेकिन इस उत्साह के बीच में कुछ लोगो में नाराजगी भी है। जिसमे वैसे लोग शामिल है, जिन्होंने इस दिन के लिए लंबी लड़ाई लड़ी। आज उनका हृदय रो रहा है, उन्हे इस बात की आशा नही थी की इस तरह उन्हें उपेक्षित किया जायेगा।
दरअसल विवादित ढांचा विध्वंश मामले में बिहार के इकलौता कार सेवक विनय कुमार राय थे। जिसपर सीबीआई ने 22 सौ पेज का आरोप पत्र सौंपा था। जिसका वजन 52 किलो था और विनय का वजन महज 49 किलो। विनय युवावस्था से ही इस लड़ाई में कूद पड़े थे। तब इनकी उम्र महज 20 वर्ष थी।
इतनी कम उम्र में भगवान राम के प्रति श्रद्धा और उत्साह भरा हुआ था। विनय किसी चीज की परवाह किए बिना राम लला हम आयेंगे मंदिर वही बनाएंगे..., कसम राम के खाते है मंदिर भव्य बनाएंगे.... समेत विभिन्न नारो के साथ राम जन्मभूमि मुक्ति आंदोलन में कूद पड़े। लंबी लड़ाई लड़ी महीनो वर्षो जेल में रहें। पुलिस की लाठियां खाई। इस उम्मीद के साथ की। भगवान श्री राम की खाई गई कसम कभी न कभी पूरा होगा। जो आज फलीभूत हुआ। लेकिन जिस दिन की लंबे समय से इन्हे इंतजार था। वह शुभ दिन आ गई। इन्हे इस बात की उम्मीद नहीं थी की इस दिन के आने पर उन्हें उपेक्षा का शिकार होना पड़ेगा।
विनय ने अपनी डबडबाती आँखों और रूंधती हुई आवाज के साथ बताया की लंबी लड़ाई के बाद भगवान श्री राम अपने घर पधार रहें है। जिसकी काफी खुशी है। सिर्फ इन्हें ही नही बल्कि देश और विदेशों के लाखों रामभक्तो में उत्साह है। उन्होंने दुःख व्यक्त करते हुए कहा की प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम में पता नहीं न्यास को कौन निर्देशित कर रहा, किस रूप में निर्देशित कर रहा है कि हम लोगों को आमंत्रण कार्ड तक नहीं भेजा गया।
गोपालगंज से मनान अहमद की रिपोर्ट