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वाह रे सुशासन: दाग अच्छे हैं, बालू की पहरेदारी अब करेगा एक दागी अधिकारी

वाह रे सुशासन: दाग अच्छे हैं, बालू की पहरेदारी अब करेगा एक दागी अधिकारी

PATNA : प्रदेश की आय का सबसे बड़े जरिया बालू खनन में चल रहे अवैध धंधे पर लगाम लगाने के लिए कुछ दिनों पहले ही चार एसडीपीओ का ट्रांसफर किया गया। दलील दी गई उनके कार्य करने के तरीके संतोषजनक नहीं थे। साथ ही इन अधिकारियों की बालू खनन में संलिप्तता को लेकर जांच टीम भी बैठा दी गई। ऐसा लगा कि इस बार वास्तव में सरकार बालू माफियाओं पर लगाम लगाने को गंभीर है। लेकिन, फिर हटाए गए चारों एसडीपीओ की जगह दूसरे अधिकारियों की पोस्टिंग की जाती है। लेकिन इन चार नामों में एक अधिकारी ऐसा भी है, जिस पर पहले से ही निगरानी की जांच चल रही है, उन्हें जिम्मदारी दी जाती है कि वह बालू के अवैध कारोबार पर लगाम लगाएं तो सरकार और पुलिस विभाग की मंशा को लेकर सवाल उठ जाते हैं। 

मामला रोहतास के डेहरी अनुमंडल में नियुक्त किए गए नए एसडीपीओ विनोद कुमार राउत से जुड़ा हुआ है। विनोद राउत उन चार अधिकारियों में शामिल हैं, जिनकी नियुक्ति हाल में एसडीपीओ के रूप में की गई है। आरोप है कि विनोद कुमार राउत पर पहले से ही अवैध उगाही एक पुराने मामले में निगरानी जांच चल रही है, ऐसे में बिहार के गृह विभाग ने एक दागी अफसर को बालू की रखवाली की जिम्मेदारी सौंप दी। 

जहां भी रहे, उन पर लगे आरोप 

विनोद कुमार राउत उन अधिकारियों में शामिल रहे हैं, जिन पर आरोप है कि उनकी पोस्टिंग जहां भी रही, उन पर गंभीर आरोप लगे हैं। उदाहरण के लिए जब झाझा के एसडीपीओ थे तब भी उनपर पद के दुरुपयोग का भी आरोप लगा था। निगरानी में इसकी जांच जारी है। गृह विभाग के आदेश पर उनकी संपत्ति की जांच निगरानी अन्वेषण ब्यूरो को दी गई निगरानी में इसकी जांच जारी है। जांच एजेंसी अभी किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंची है। गृह विभाग के आदेश एच-1/2017 गृह आरक्षी (जमुई) के आधार पर यह जांच शुरू की गई है। वहीं उन्हें जमुई से हटाकर स्पेशल ब्रांच में कर दिया गया। 

41 अफसरों पर गिरी है गाज

बालू के अवैध खनन में पुलिस के अलावा विभिन्न विभागों से जुड़े 41 अधिकारियों पर गाज गिरी है। इनमें भोजपुर व औरंगाबाद के तत्कालीन एसपी, पालीगंज, डेहरी ऑन सोन, आरा और औरंगाबाद सदर के एसडीपीओ भी शामिल थे। इन्हीं चार जगहों पर एसडीपीओ की तैनाती पुलिस मुख्यालय द्वारा 18 जुलाई को की गई है जिसमें डेहरी का एसडीपीओ विनोद कुमार राउत को बनाया गया है।  इनके खिलाफ निगरानी जांच के संबंध में पुलिस मुख्यालय का पक्ष लेने का प्रयास किया गया पर अधिकारियों ने इसपर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी।


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