GOPALGANJ : वाल्मीकिनगर बराज से छोड़े गए गंडक नदी में 2 लाख 90 हजार क्यूसेक पानी का बहाव गंडक नदी में दिखने लगा है। गंडक नदी का जलस्तर बढ़ने के साथ ही दियारा इलाके में बाढ़ का पानी प्रवेश कर चुका है। कई इलाकों के सड़कों पर पानी बहने से आवागमन प्रभावित होने लगा है। वही बाढ़ की विभीषिका से एक बार फिर दियारावासियों के बीच हड़कंप मच गया है।
दरअसल गोपालगंज जिले के 6 प्रखंड को बाढ़ प्रभावित इलाका माना जाता है। यहां गंडक नदी जब उफान पर होती है तो कई लोगों के आशियाने को ध्वस्त करते हुए अपने आगोश में ले लेती है। बाढ़ और कटाव के कारण बाढ़ प्रभावित लोग हमेशा भय के साए में जीते है। एक बार फिर बाढ़ के विभीषिका की आशंका से निचले इलाके के लोग भयभीत हैं।
मंगलवार को 2 लाख 90 हजार क्यूसेक पानी वाल्मिकीनगर बराज से डिस्चार्ज किया गया था, जिसमें अब गंडक नदी में 2 लाख क्यूसेक पानी का बहाव हो रहा है। जिससे निचले इलाका जगरी टोला पंचायत के विभिन्न गांव में बाढ़ का पानी का असर देखने को मिल रहा है। जगीरी टोला रामनगर खाप मकसूदपुर मलाही टोला के मुख्य मार्ग पर बाढ़ के पानी प्रवेश कर जाने के कारण दियारावासियों के आने जाने की समस्याएं उत्पन्न हो गई है।
उधर जिला प्रशासन द्वारा बाढ़ को देखते हुए अलर्ट जारी कर दिया है और माइकिंग के द्वारा लोगों को निचले इलाके को खाली कर उचित स्थान पर जाने की सलाह दी जा रही है। ताकि जानमाल के नुकसान से लोग बच सके।
गोपालगंज से मनान अहमद की रिपोर्ट