HAJIPUR : एक तरफ बिहार के मुख्यमंत्री विधानमंडल में महिलाओं को लेकर आपत्तीजनक बयान देते हैं। वहीं दूसरी तरफ उनकी पुलिस की मौजूदगी में गांव के दबंग विधवा और उनकी तीन बेटियों संग मारपीट करते नजर आते है। इन लड़कियों की गलती यही थी कि उन्होंने छेड़खानी का विरोध किया था और पुलिस से मदद मांगी थी। लेकिन, पुलिसवाले मौके पर आने के बाद सिर्फ तमाशाबीन बने रहे। इस पूरी घटना का वीडियो भी सामने आया है।
विधवा और उसकी तीन बेटियों संग मारपीट की यह घटना जिले के पातेपुर के मंडई डीह गांव की है। जहां रहनेवाली विधवा ने बताया कि उनके पति की सड़क दुर्घटना में मौत डेढ़ साल पहले हो गई थी। वे सभी बेटियों के साथ घर में रह रही थी की दबंग रानू सिंह काफी समय से उस पर बुरी नजर बनाए हुए था। वे बार बार छेड़छाड़ कर रहा था जब विरोध की तो मारपीट करने लगा। विधवा मां संजू देवी ने आरोप लगाया है कि बीते मंगलवार को भी उसकी बेटी के साथ छेड़खानी किया था जब विरोध की तो रानू सिंह एवं अन्य लोगों ने मिलकर मारपीट की घटना को अंजाम दिया था।
इसी मामले को रफा दफा करने को लेकर गुरुवार को पंचायत के दौरान ही रानू सिंह, चिंटू सिंह एवं छोटन सिंह ने मिलकर उसकी बेटी दीक्षा कुमारी के साथ मारपीट करने लगा जब वे पुलिस को सूचना देकर बुलाई तो तीनों ने मिलकर पुलिस के सामने मां बेटियां की पिटाई कर दिया। पुलिस भी इस पुरे घटना का मूकदर्शक बना रहा। इधर घटना के बाद मां बेटी का इलाज सदर अस्पताल हाजीपुर में चल रहा है।
थानाध्यक्ष ने कहा समझौता कर लो
जिसके बाद पीड़िता थाना पहुंची तो थानाध्यक ने मामले को रफा दफा कर देने का दबाव डाला था। बात नही मानने पर युवती का मोबाइल छीनकर मारपीट का बनाए गए वीडियो को डिलीट कर रिसेट कर दिया। पीड़िता महिला थाना की गई थी लेकिन कार्रवाई नही होने पर हाजीपुर नगर थाना में पुलिस ने पीड़िता का बयान दर्ज़ कर लिया है और मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दिया है।