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बिहार भाजपा में सब कुछ ठीक नहीं!...अश्विनी चौबे के शब्दों के पीछे कौन?...लोकसभा चुनाव में मुंह की खाने के बाद सम्राट का विरोधी गुट दिखाने लगा तेवर..

बिहार भाजपा में सब कुछ ठीक नहीं!...अश्विनी चौबे के शब्दों के पीछे कौन?...लोकसभा चुनाव में मुंह की खाने के बाद सम्राट का विरोधी गुट दिखाने लगा तेवर..

पटना: भाजपा के वरिष्ठ नेता अश्विनी चौबे ने अपने हीं दल के नेताओं के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. चौबे ने अप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी को लेकर तल्ख बयान दिया है, इसके बाद भाजपा के अंदर हड़कंप मचा हुआ है.  अश्विनी कुमार चौबे ने कहा कि उनकी पार्टी को अगले साल होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव में अपने दम पर बहुमत हासिल करने के साथ राज्य में अगली सरकार का नेतृत्व करना चाहिए. चौबे ने कहा कि ये मेरा निजी विचार है, जिसे मैंने पार्टी नेतृत्व को भी बता दिया है. भाजपा को बिहार में नई सरकार का नेतृत्व करना चाहिए. उसे एनडीए सहयोगियों को साथ लेकर अकेले ही बहुमत प्राप्त करने का प्रयास करना चाहिए.

अश्विनी चौबे ने कहा कि नीतीश जी पहले भी हमारे साथ थे, अभी भी हैं और भविष्य में भी रहेंगे. लोकसभा चुनाव में भाजपा अपने दम पर बहुमत नहीं हासिल कर पाई है और वो जदयू और अन्य सहयोगी दलों के समर्थन से केंद्र में सरकार बना पाई है.उन्होने कहा कि कार्यकर्ताओं को चुनावों में पार्टी को बेहतर प्रदर्शन करने में मदद करने के लिए खुद को समर्पित करना चाहिए. मैं अपना काम करूंगा, बदले में कुछ भी उम्मीद नहीं करूंगा.

भाजपा में दूसरे दलों से शामिल हुए नेताओं को शीर्ष पद दिए जाने से दुखी जान पड़ रहे अश्विनी चौबे से जब ये पूछा गया कि क्या उनका इशारा प्रदेश अध्यक्ष और उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी की ओर है, तो उन्होंने इसका सीधा जवाब देने से परहेज करते हुए कहा कि मेरा मतलब केवल ये है कि पार्टी का ढांचा दीन दयाल उपाध्याय और अटल बिहारी वाजपेयी जैसे दिग्गजों के प्रयासों से बना ह.। हमें उन लोगों को जिला या राज्य स्तर पर इकाई का प्रमुख नहीं बनने देना चाहिए, जिन्होंने संगठन में अपनी पकड़ नहीं बनाई है.वर्ष 2017 में भाजपा में शामिल हुए सम्राट चौधरी को पिछले साल पार्टी की प्रदेश इकाई का प्रमुख बनाया गया था. 

लोकसभा के टिकट से वंचित अश्विनी चौबे के पास खोने के लिए कुछ बचा नहीं है हां पाने के लिए वे अपने बेटे को राजनीति में जगह दिलाना चाहते हैं. ऐसे में जब केंद्र की सरकार नीतीश के भरोसे चल रही है तब अश्विनी चौबे के बयान से हड़कंप मचना स्वाभाविक भी है. 

दरअसल लोकसभा चुनाव में बिहार में भाजपा के लचर प्रदर्शन के बाद सम्राट के विरोध में सुर उठने लगे हैं. उनके काम करने के तरिके को लेकर भी सवाल खड़ा होने लगा है. बहरहाल देखना होगा चौबे के ब.यान से शुरु हुआ विवाद कहां जाकर खत्म होता है. 

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