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चुनाव में कौन बनेगा महाराजगंज का महाराज, एनडीए-महागठबंधन के बीच LJP से डा देवरंजन सिंह ने खोला राज

चुनाव में कौन बनेगा महाराजगंज का महाराज, एनडीए-महागठबंधन के बीच LJP से डा देवरंजन सिंह ने खोला राज

MAHARAJGANJ: बिहार विधानसभा चुनाव की तस्वीर कैसी होगी या कौन बनेगा मुख्यमंत्री यह कह पाना मुश्किल है। वहीं यदि हम महाराजगंज विधानसभा सीट की बात करें तो मुकबला लोजपा के टिकट मिलने से त्रिकोणीय हो गया है। लोजपा की तरफ से पूर्व विधायक डा देव रंजन सिंह के टिकट मिलने से ही मामला दिलचस्प हो गया है। 2014 के उपचुनाव में 38 हजार वोट पाकर भाजपा के उम्मीदवार डा देव रंजन सिंह ने जीत हासिल की थी। वहीं डा देव रंजन सिंह भाजपा के टिकट पर 48 हजार से ज्यादा वोट लाकर जदयू से हार गए थे। इस बार यह सीट जदयू के खाते में गई है। 

भाजपा और संघ से जुड़े डा देव रंजन सिंह ने लोजपा का दामन थाम लिया है। आकड़ों की बात करें तो जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) का दबदबा रहा है. पिछले 4 बार के विधानसभा चुनाव में जेडीयू लगातार जीतती रही है। हालांकि, 2014 के उपचुनाव में एक बार बीजेपी उम्मीदवार कुमार देवरंजन सिंह को जीत हासिल हुई जरूर थी लेकिन 2015 के विधानसभा चुनाव में फिर वो हार गए और जेडीयू नेता हेम नारायण साह ने जीत हासिल की। हालांकि, इस बार बीजेपी और जेडीयू के एक साथ होने के कारण समीकरण पूरी तरह बदले हुए हैं। 


वहीं एनडीए में भी दोनों पार्टियों के बीच उम्मीदवारों की दावेदारी को लेकर खटपट हो सकती है। हेम नारायण साह के अलावा बीजेपी नेता और पूर्व विधायक कुमार देवरंजन सिंह ने लोजपा से दावेदारी ठोक कर 15 या 16 अक्टूबर को नॉमिनेशन कर सकते हैं। देवरंजन साल 2010, 2014 और 2015 में विधानसभा चुनाव लड़ चुके हैं। 2010 में डॉक्टर देवरंजन सिंह निर्दलीय मैदान में थे तो वहीं साल 2014 में महाराजगंज विधानसभा पर उपचुनाव में विधायक चुने गए। दरअसल, वर्ष 2010 में जदयू के दामोदर सिंह विजयी रहे थे लेकिन उनके निधन के बाद साल 2014 में लोकसभा चुनाव के साथ ही महाराजगंज विधानसभा सीट पर उपचुनाव हुआ था। 

इस उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी डॉ.देवरंजन सिंह ने राजद के मानिकचंद राय को 4150 मतों से हरा दिया था। लेकिन 2015 के विधानसभा चुनाव में उन्हें हेम नारायण साह के हाथों हार का सामना करना पड़ा था। देवरंजन सिंह की पार्टी में अच्छी पकड़ होने के कारण बीजेपी कैडर का वोट मिलने का दावा किया जा रहा है। इस सीट के इतिहास को देखें तो कांग्रेस को यहां से सिर्फ दो बार जीत मिली है. वहीं, जेडीयू 4 बार, जनता पार्टी 3 बार और जनता दल ने दो बार जीत हासिल की है। महराजगंज लोकसभा क्षेत्र के तहत आने वाले गोरियाकोठी विधानसभा क्षेत्र की आबादी करीब 410868 है और यहां 94.09 फीसदी आबादी ग्रामिण है, वहीं मात्र 5.91 फीसदी आबादी शहरी है. यहां 10.84 फीसदी लोग अनुसूचित जाति (एससी) वर्ग के हैं और 1.3 फीसदी लोग अनुसूचित जनजाति (एसटी) वर्ग से आते हैं।

कुमार गौतम की रिपोर्ट

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