PM मोदी की टक्कर में विपक्ष का नेतृत्व कौन करेगा? राहुल, ममता और केजरीवाल की क्या है रणनीति

दिल्ली- लोकसभा चुनाव 2024 में है. ऐसे में विपक्ष जहां एकजुट होकर मोदी सरकार को गिराने का दावा करती है. .कांग्रेस पार्टी से राहुल गाँधी, अरविन्द केजरीवाल ,ममता दीदी पीएम कैंडिडेट कीलिस्ट में शामिल हो जाते हैं. पीएम मोदी के खिलाफ खुद को विपक्ष की पिक्चर में लीड रोल के लिए इन सभी का नाम आ जाता है. कांग्रेस जो भाजपा के बाद दूसरी सबसे बड़ी पार्टी है. सबसे बड़े विपक्षी दल के नेता होने के नाते राहुल गाँधी की चर्चा हो रही है. भारत जोड़ो यात्रा को सबसे अहम् कदम बताया जा रहा है. ममता दीदी की करें तो उनकी बंगाल में मजबूत पकड़ है अब सवाल है की क्या उनकी अन्य राज्यों में पकड़ है?केजरीवाल भी इस रेस में पीछ नहीं हैं लेकिन एक सर्वें में दिलचस्प खुलासा हुआ है.
इंडिया टुडे-सीवोटर मूड ऑफ द नेशन सर्वे में दिलचस्प आंकड़े सामने आए हैं. सर्वे के अनुसार, राहुल गांधी इंडिया गठबंधन का नेतृत्व करने के लिए पहली पसंद हैं. वहीं सर्वे में भाग लेने वाले 24 फिसदी लोगों ने राहुल गांधी के पक्ष में मतदान किया तो दूसरे नंबर पर तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी और आम आदमी पार्टी प्रमुख अरविंद केजरीवाल हैं. ये दोनों नेता15-15 फिसदी लोगों की पसंद है.
जनवरी 2023 के सर्वे में केवल 13 प्रतिशत लोगों ने राहुल को चुना था तो केजरीवाल के लिए समर्थन 27 प्रतिशत से गिरकर 15 प्रतिशत हो गया. 'भारत जोड़ो यात्रा' ने राहुल गांधी के समर्थन में काम किया है क्योंकि 44 प्रतिशत लोगों ने कहा कि उनकी पदयात्रा के बाद से उनकी सार्वजनिक छवि में सुधार हुआ है, जबकि 33 प्रतिशत ने कहा कि उनकी छवि में कोई बदलाव नहीं हुआ है. 13 प्रतिशत ने कहा कि यात्रा के बाद उनकी छवि खराब हो गई है. विपक्षी नेता के रूप में राहुल गांधी के प्रदर्शन के बारे में पूछे जाने पर, 34 प्रतिशत लोगों ने इसे बहुत अच्छा बताया, अठारह प्रतिशत ने कहा कि यह "अच्छा" था जबकि 27 प्रतिशत ने इसे "खराब" कहा. जबकि अन्य 15 प्रतिशत ने कहा कि यह "औसत" था.लोकसभा सांसद के रूप में राहुल गांधी की अयोग्यता पर 31 फीसदी लोगों ने कहा कि यह "राजनीति से प्रेरित" था. हालांकि 31 फीसदी लोगों ने इसे निष्पक्ष भी कहा. इक्कीस प्रतिशत लोगों ने कहा कि यह "कठोर" कदम था.