बुल्ली बाई पर क्यों लगाई गई मुस्लिम महिलाओं की बोली, बिहार और उत्तराखंड के छात्रों की गंदी हरकत की पढ़िए इनसाइड स्टोरी

पटना. नया साल 2022 अपने साथ एक नया शब्द भी लेकर आया, बुल्ली बाई. यह शब्द कम गाली ज्यादा है. आम तौर पर कुछ वर्गों द्वारा मुस्लिम महिलाओं के प्रति दुराग्रह और अपमान के तौर इस शब्द का इस्तेमाल किया जाता है. और इसी को एप के रूप में परिवर्तित कर गिटहब पर ‘बुल्ली बाई’ के रूप में पेश कर दिया. नाम के अनुरूप ही इस एप पर मुस्लिम महिलाओं की तस्वीरों को अपलोड किया जाता और फिर उसकी बोली लगाई जाती. जिन महिलाओं की तस्वीर इसमें इस्तेमाल की जा रही थी उनमें ज्यादातर वैसी मुस्लिम महिलाएं रहती जो सोशल मीडिया पर मुखर हैं या फिर जिनकी लोकप्रियता का ग्राफ काफी ज्यादा है.
कुछ प्रमुख हस्तियों समेत सैकड़ों मुस्लिम महिलाओं की एडिट की गई तस्वीरें बिना अनुमति के बुल्ली बाई एप पर नीलामी के लिए लगाया गया. विवादित ऐप बुल्ली बाई पर बिना अनुमति के सौ से अधिक चर्चित मुस्लिम महिलाओं की तस्वीर अपलोड की गई और उसके साथ प्राइस टैग लगा कर लिखा गया- Deal of The Day. आरोप है कि इस ऐप के जरिए इंटरनेट पर संगठित और सुनियोजित तरीके से मुस्लिम महिलाओं को निशाना बनाया गया और उनकी बोली लगाई गई. कम उम्र के लोगों के एक समूह ने लिंक्डइन और ट्विटर जैसी साइटों से मुस्लिम समुदाय से संबंधित सफल और प्रभावशाली महिलाओं की तस्वीरें एकत्र कीं और गीथहब पर बुल्ली बाई नामक एक ऐप बनाया. उस ऐप के माध्यम से, महिला की तस्वीरें “दिन की आपकी बुल्ली बाई” शीर्षक के साथ प्रदर्शित की गईं.
हालाँकि जब 1 जनवरी को पहले एक महिला पत्रकार और बाद में शिवसेना की महिला सांसद ने इस एप के खिलाफ ट्वीट किया और इसे महिलाओं की गरिमा, निजता और सम्मान से छेड़छाड़ बताया तो केंद्र सरकार ने इसे ब्लॉक कर दिया. वहीं इस मामले में अब तक तीन गिरफ्तारियों ने सबको और ज्यादा चौंका दिया है.
मुख्य मास्टरमाइंड के तौर पर उत्तराखंड की श्वेता को गिरफ्तार किया गया. उसे मुम्बई पुलिस ने रुद्रपुर से गिरफ्तार किया. वहीं एक अन्य आरोपी विशाल झा को बेंगलूरू से गिरफ्तार किया गया जो मूल रूप से बिहार का रहने वाला है और कर्नाटक में इंजीनियरिंग की पढाई करने गया था. 12वीं तक पढाई करने वाली 18 साल की श्वेता और 21 साल के विशाल ने अपराध के जिस नए तरीके को अपनाया है वह पुलिस के लिए भी चौंकाने वाला है.
एक लड़की होकर श्वेता ने महिलाओं की गरिमा से ही खिलवाड़ करना शुरू किया. श्वेता के माता पिता की मृत्यु हो चुकी है और माना जा रहा है परिवार चलाने के लिए क्विक मनी की चाहत में उसने बुल्ली बाई पर मुस्लिम महिलाओं को टारगेट करना शुरू किया. इसी तरह विशाल झा भी भले पेशेवर अपराधी न हो लेकिन समुदाय विशेष के प्रति घृणा की भावना में उसने बुल्ली बाई के बहाने मुस्लिम महिलाओं की बोली तक लगा दी.
इस बीच बुधवार को मुंबई पुलिस ने बताया कि बुल्ली बाई ऐप मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें विशाल कुमार झा और श्वेता सिंह शामिल हैं. तीसरा आरोपी श्वेता का दोस्त है. इस मामले में कुछ और लोग शामिल हो सकते हैं. हमने इन लोगों को अलग-अलग जगहों से पकड़ा है और कुछ स्थानीय अधिकारियों ने इसके बारे में कुछ जानकारी दी है.