डेस्क:
आजकल महिलाएं मल्टीटास्किंग होती जा रही है और उन्हें कई भूमिकाएं एक साथ निभाना रहता हैं। घर और ऑफिस के काम के बीच संतुलन बिठाए रखने के चक्कर में खुद का केयर नहीं कर पाती । महिलाएं कुछ लाभकारी सप्लीमेंट्स को अनदेखा कर देती है,जिसकी वजह जागरुकता की कमी हो सकती है।
विटामिन-सी की बात करे तो यह हमारी इम्युनिटी को अच्छा रखता है। य विटामिन-सी का असर शरीर पर दिखे, इसके लिए आपको इसे रोज़ाना खाने के ज़रिए या फिर सप्लीमेंट के ज़रिए लेना होता है।
विटामिन-सी के इम्यूनिटी बूस्टिंग फायदे तो आप जानते ही है लेकिन आपको हम बता रहे हैं, इसके और कई और फायदों के बारे में, जिन्हें जानकर आप हैरान रह जायेंगे।
कोलेजन उत्पादन के लिए एक आवश्यक एंटीऑक्सीडेंट
यह एक शक्तिशाली एंटीऑक्सिडेंट का काम करता है, जो धमनी, टिशू के विकास और कार्टिलेज के रखरखाव के लिए आवश्यक है। कोलेजन एक पदार्थ है, जिसका उत्पादन हमारा शरीर प्राकृतिक तौर पर करता है। विटामिन-सी कोलेजन के उत्पादन में अहम भूमिका निभाता है, जिससे झुर्रियां और उम्र बढ़ने की निशानियां कम होती हैं।
प्रेग्नेंसी के दौरान
बढ़ते हुए भ्रूण और शिशु की ज़रूरतों की वजह से, गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को विटामिन-सी की और भी ज़्यादा ज़रूरत पड़ती है। प्रेग्नेंट महिला में आम महिला के मुकाबले विटामिन-सी का स्तर काफी कम होता है। ऐसा इसलिए क्योंकि विटामिन-सी बढ़ते हुए बच्चे को चला जाता है। इसलिए प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं के लिए विटामिन-सी बेहद ज़रूरी होता है।
तनाव और हाइपरटेंशन
तनाव शरीर में विभिन्न प्रक्रियाओं जैसे मासिक धर्म चक्र, और महिलाओं और पुरुषों में प्रजनन क्षमता के साथ ही पाचनशक्ति को भी प्रभावित करता है। विटामिन सी शारीरिक और भावनात्मक तनाव से निपटने में मदद करता है। यह तनाव हार्मोन के स्तर को भी कम करता है।
एनीमिया में फायदेमंद
एनीमिया के जोखिम को कम करने में मदद कर सकता है, खासतौर पर उन लोगों में जिनमें आयरन की कमी होने का ख़तरा होता है।
दिल से जुड़ी बीमारियों के ख़तरे को कम करता है
विटामिन-सी सप्लीमेंट का दिल की बीमारियां के कम होने से सीधा रिश्ता है। ये सप्लीमेंट्स हृदय रोग, जैसे, एलडीएल (खराब) कोलेस्ट्रॉल के उच्च रक्त स्तर और ट्राइग्लिसराइड्स के प्रभाव को कम कर सकते हैं।
कैसे लें विटामिन-सी?
खट्टे फल, टमाटर, टमाटर का रस और आलू में विटामिन-सी की मात्रा अच्छी होती है। इसके अलावा लाल और हरी मिर्च, कीवी (फल), ब्रॉकोली, स्ट्रॉबेरीज़ में भी विटामिन-सी होता है। सभी फलों और सब्ज़ियों में विटामिन-सी की मात्रा एक जैसी नहीं होती है। जैसे केले और सेब में विटामिन-सी की मात्रा बेहद कम होती है, वहीं, संतरे और कीवी में यह उच्च स्तर का पाया जाता है।