PATNA : लोकतंत्र के महापर्व में बिहार की महिलाएं पुरूषों से काफी आगे निकल गई हैं। मंगलवार को तीसरे चरण में बिहार की पांच लोकसभा क्षेत्रों में जो मतदान हुए हैं उसमें इस बात की पुष्टि हुई है। इस बार महिलाओं ने रिकार्ड तोड़ वोटिंग की हैं। पांच लोकसभा क्षेत्र में हुए मतदान में महिलाओं नें पुरूषों से करीब 10 फीसदी अधिक वोटिंग की है। तीसरे चरण में महिलाओं की रिकार्ड वोटिंग से सभी प्रत्याशियों के होश उड़ गए हैं। वे अपने-अपने हिसाब से गुणा-भाग कर रहे हैं।
बिहार के अपर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी संजय कुमार सिंह ने बताया कि इस बार महिलाओं ने बंपर वोटिंग की है। तीसरे चरण के चुनाव में कुल 61.2 फीसदी वोटिंग हुई है।जिसमें पुरूषों का वोटिंग प्रतिशत है 56.3 फीसदी और महिलाओं का 66.5 फीसदी। यानि कि मतदान के मामले में महिलाएं पुरूषों से काफी आगे निकल गयी हैं।
राजनीतिक जानकार बताते हैं कि महिलाओं की 10 फीसदी अधिक वोटिंग अपने आप में काफी कुछ कहानी बयां कर रही है। अगर महिलाओं का यह वोट किसी एक गठबंधन की तरफ गया तो बड़ा उलट-फेर हो सकता है।महिलाओं की दस फीसदी अधिक वोटिंग को राजनीतिक दल अपने-अपने तरीके से नफा-नुकसान का हिसाब लगाने में जुटे हैं।
वैसे जानकार बताते हैं कि बिहार में नीतीश सरकार ने महिला सशक्तिकरण को लेकर काफी योजनाएं चलाई हैं। शराबबंदी और दहेज प्रथा विरोधी अभियान को इसी नजरिए से देखा जा रहा है। नीतीश अपनी हर सभा में महिलाओं से पहले मतदान फिर जलपान करने की अपील कर रहे हैं।
हालांकि पुरूषों की कम वोटिंग के पीछे उन इलाकों में पुरूषों का पलायन भी माना जा रहा है। उन इलाकों में बड़ी संख्या में पुरूष आबादी काम के लिए बाहर रहती है।पुरूषों की कम वोटिंग के पीछे एक वजह यह भी बतायी जाती है। वैसे महिलाओं के रिकॉर्ड तोड़ मतदान से किसको फायदा होता है इसका पता मतगणना के दिन यानि 23 मई को ही चल पायेगा।