PATNA: लोकसभा चुनाव से ठीक पहले बिहार की नीतीश सरकार एक बार फिर से उद्योग लगाने को लेकर बिजनेस समिट करा रही है. राजधानी में आज से दो दिनों के कार्यक्रम की शुरूआत हो रही है. निवेशकों को लुभाने के लिए पटना में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन किया गया है. जिसमें निवेशक और सरकार के प्रतिनिधि सवाल जवाब करेंगे. इस आयोजन में देश विदेश के 600 निवेशक पहुंचने का दावा किया गया है. हालांकि चुनाव से ठीक पहले इन्वेस्टर्स समिट को लेकर विपक्ष ने नीतीश-तेजस्वी यादव पर हमला बोला है. विपक्ष का दावा है कि यहां सिर्फ विज्ञापनों में ही उद्योग लगते हैं. समिट के बहाने चेहरा चमकाने की मंशा है. उद्योग तो नहीं ही लगेंगे लेकिन इन्वेस्टर्स समिट में बढ़िया नाश्ते-खाने का जुगाड़ जरूर रहेगा.
सरकारी विज्ञापनों में उद्योगों की भरमार...
हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व नीतीश कैबिनेट के पूर्व मंत्री डॉ. संतोष कुमार सुमन ने नीतीश सरकार के इन्वेस्टर्स समिट पर तंज कसा है. उन्होंने कहा कि 18 सालों में सीएम नीतीश कुमार ने उद्योग क्यों नहीं लगाया ? तंज कसते हुए संतोष मांझी ने सोशल मीडिया में लिखा,'' सरकारी विज्ञापनों में अखबारों में नौकरियों और उद्योगों की भरमार है. चाचा भतीजे की जोड़ी से बिहार में मचा सिर्फ हाहाकार है. सरकार की लापरवाही से 22000 शिक्षकों के निवाले पर सीधा प्रहार हैं. उद्योग समिट के नाम पर केवल बढ़िया नाश्ते और खाने का जुगाड है.। वाह रे सपनों के सौदागर !''
इस तरह से दो दिवसीय इन्वेस्टर्स समिट पर विपक्ष ने सवाल खड़े किए हैं. मांझी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को सपनों का सौदागर बताया है. साथ ही लालू परिवार पर भी तीखा तंज कसा है. उन्होंने कहा है कि चाचा-भतीजे की जोड़ी की वजह से बिहार में हाहाकार मचा हुआ है.