शिक्षक की आत्मा निभाएगी स्कूल में हेडमास्टर की जिम्मेदारी! बिहार के इस जिले में शिक्षा विभाग ने कर दिया बड़ा चमत्कार

MUNGER : एक तरफ बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश पटना के गांधी मैदान से एक लाख शिक्षकों को नौकरी देने का चमत्कार करने जा रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ मुंगेर जिले में भी शिक्षा विभाग ने एक बड़ा चमत्कार कर दिया है। यहां शिक्षा विभाग ने एक शिक्षक की आत्मा को स्कूल के हेडमास्टर की जिम्मेदारी सौंप दी है।
हैरान हो गए न! दरअसल यहां जिला शिक्षा पदाधिकारी एवं जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना के हस्ताक्षर शिक्षा विभाग ने एक लेटर जारी किया है, जिसके अनुसार 46 स्नातक- स्नातकोत्तर शिक्षकों को अपने ही वेतनमान में प्रधानाध्यापक के रिक्त पद पर पूर्णकालिक रूप से कार्य करने के लिए प्रधानाध्यापक के पद पर पदस्थापित किया है। इन 46 नामों में एक नाम उपेंद्र कुमार का है, जिन्हें हेडमास्टर के रूप में मध्य विद्यालय जाफरनगर मुफस्सिल में जिम्मेदारी सौंपी गई है।
हैरानी की बात यह है कि जिस उपेंद्र कुमार को हेडमास्टर बनाया गया है, उनकी मौत चार साल पहले ही चुकी है। इसके बाद भी स्थापना विभाग की लापरवाही दिखाते हुए अपनी ओर से फरमान जारी कर दिया है और स्कूल आवंटित करते हुए उन्हें ज्वाइन करने का निर्देश दिया है। यानी मृत शिक्षक अब मध्य विद्यालय जाफरनगर मुफस्सिल मुंगेर का संचालन करेगा। जाहिर है कि अब उपेंद्र कुमार खुद तो आ नहीं सकते हैं, ऐसे में अब शायद शिक्षा विभाग उनकी आत्मा को ड्यूटी पर भेजने की कोशिश में हैं।
साथ काम करनेवाले कर्मियों ने बताया कि कासिम बाजार थाना क्षेत्र के पुरानीगंज निवासी उपेंद्र कुमार नियमित शिक्षक के पद पर मध्य विद्यालय महावीर स्थान छोटी महुली मुफस्सिल मुंगेर में पदस्थापित थे. दिसंबर 2019 को उनकी मौत हो गयी थी. वे कैंसर से पीड़ित थे। उनकी मौत के चार साल होने को है। लेकिन शिक्षा विभाग ने उन्हें प्रधानाध्यापक बना दिया। जिन 46 शिक्षकों को प्रधानाध्यापक बनाते हुए विद्यालय आंवटन का सूची जारी की गयी है उस सूची में 15 नंबर पर उपेंद्र कुमार का नाम है. जब उनकी मौत हुई उसी समय बीईओ को इसकी सूचना दे दी गई थी।